आज यादों के समंदर में जा....
उन खूबसूरत मोतियों संग ज़िन्दगी जीने चली हूँ....
बस नींदें उड़ा रही ये यादें....
और रूह की तलब महसूस-सा करने लगी हूँ....
वे पल जो यादें बन गए....
वो कभी लौटकर नहीं आने वाले....
यह सोच जब मन मचल रहा....
तो बस स्याही से पन्नों में बिखेर रही हूँ....I-
Teri yaadoun mein teri batoun mein jeete hain
Tujhe khud se ek pal juda hone nahi dete hain
Tu chaahe jitni bhi door chala jaaye hum se
Teri wafa mein apni zindgi guzar dete hain-
#YaadkiBaat
Jo aaj mujhe tum dekh rhe ho,
Uske pichhe ek bachkaana sa ladka tha.
Aur har bachche ko bada krde jo,
College ka wo zamaana hua krta tha..
(Read complete poem in caption.)-
#YaadkiBaat
ज़माने को समझने की जन्तोजहत में, जो खुद को ही भूल जाएं,
तो समझदारों की बस्ती में, हम नासमझ ही सही।-
#YaadkiBaat
Dil toota hai uska ,
Aashiqon mai ye charcha charam par hai..
Aur dukh jataayenge hum bhi,
Par dil se khush hain ki ilzaam hum par hai..-
#YaadkiBaat
यूँ तो कई बातें सुन्नी थीं अभी,
और काफी कुछ कहने को बचा था।
देखने में शांत था सब कुछ,
पर दोनों के दरमियाँ तूफान सा मचा था।।
ना कदम उनके बड़े,
ना करीब हम भी गए थे।
खुश तो वो भी नही थी,
और रो हम भी रहे थे।।
जिनसे छिपाया न था कुछ,
आज उनसे ही झिझक रहे थे।
कमरा वही था , था बिस्तर भी वही,
पर लगता था मानो एक दूजे से दूर खिसक रहे थे।।
शायद एक लफ्ज़ बस एक बात काफी थी,
ये तकरार मिटाने के लिए।
पर तैयार वो भी नही थे और न हम माने,
अपने अहम की दीवार हटाने के लिए।।
जाने क्यों किसी को पाने के लिए,
यूँ तो हम हर कीमत चुकदेते हैं।
और उसे हासिल करने के बाद,
उसकी ही अहमियत भुला देते हैं।।
उसकी ही अहमियत भुला देते हैं।।-
#YaadkiBaat
It's quite ironic that how sometimes,
we make our nights sleepless, in dreams of someone...-
#YaadkiBaat
Bada gumaan tha logon ko daulat pe apni,
Bitte bhar ke virus ne unki hi keemat laga di...-
#YaadkiBaat
वो कहते हैं कि मैं कुछ कहता नहीं।
और मैं कहता हूँ कि जो कहना पड़े, वो दिल की बात ही क्या।।-