तू माने या ना माने मेरे सनम चाहे ,
प्यार का रिश्ता बहुत खास होता है।
रिश्ते तो कई बना लेते हैं हम ज़िंदगी में,
पर प्यार का रिश्ता ही दिल के पास होता है।
कई बार अनबन भी कर लेते हैं हम उनसे,
पर तीर तो हर बार दिल के पार होता है।
रहने को तो रह लेंगे हम तेरे बिन अकेले भी,
ना जाने क्यों रह रह के तेरा इंतज़ार होता है।
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ना जाने किस कश्मकश में गुम से रहते हैं,
तेरे ख्वाब और ख्यालों में बस उलझे से रहते हैं।
आईने अब कम ही पसंद आते हैं हमें सनम,
क्योंकि अब हम सिर्फ़ तेरा ही दीदार करते हैं।
जो भी चाहा है बस उस रब से मांगा है फिर ,
जाने क्यों लोग बेकार की बातें करते रहते हैं।
तेरे ख्यालों से कभी बाहर निकलें तो जाने हम,
बस तुझे पाने की रब से फरियाद करते रहते हैं।
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बारिश में खुद को भिगोकर सजा देने से क्या होगा,
कुछ वक्त भी ज़ालिम था सारी गलती तुम्हारी नहीं थी।-
// दिल की समझो //
दिल की समझो ज़रा खामोशियां तुम सनम!
इसे ज्यादा बोलने की आदत जो नहीं है!!
दिल की समझो जरा नादानियां तुम सनम!
इसे होशियार बनने की आदत जो नहीं है!!
दिल की समझो ज़रा बेताबियां तुम सनम!
इसे इतना सब्र करने की आदत जो नहीं है!!
दिल की समझो ज़रा बेईमानियां तुम सनम!
इसे कोई बात मानने की आदत जो नहीं है!!
दिल की समझो ज़रा गुस्ताखियां तुम "सारा"
इसे काबू में रहने की आदत जो नहीं है!!
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तुम्हारे दिल में क्या है मुझे बता देना,
अपने जी के हाल की इत्तिला देना।
मत उलझे रहना तुम यूं ही सवालों में,
खामोशियों से खुद को निज़ात देना।
लगता है तन्हाइयों ने घेरा है तुमको,
मेलमिलाप की खुद को दवा देना।
गमों ने ठिकाना बनाया है दिल में,
तुम इनको खुशियों की हवा देना।
दर्द मर जाता है सहते सहते "सारा"
अब ना तुम इसको कोई वजह देना।
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मेरी प्रिय डायरी मेरी सबसे अच्छी सहेली हमेशा मेरे
साथ रहने वाली मेरी हर बात चुपचाप मान जाने वाली
उफ़ तक ना करने वाली मेरी जान से ज्यादा प्यारी मित्र सखा मेरी सब कुछ। जिसमें वर्तमान की सारी बातें भविष्य की अटकलें और अतीत की सारी यादें समाई हुई है।
अतीत जो बीत चुका है उसकी सारी तस्वीर तुझमें समाई हुई है।सारी पसंद नापसंद सारी रुचियां सारे अल्फाज़ सारे जज़्बात सब कुछ तो है तुझमें।प्रिय डायरी यूं ही मेरे साथ हमेशा रहना सदा साथ निभाना कोई साथ दे या ना दे तू साथ में रहना।
* सदा तुम्हारी
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चांद की तरह दिल के भी दो पक्ष होते हैं लगता,
एक तरफ़ अमावस है तो दूसरी तरफ़ पूनम है।
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असली या नकली व्यक्तित्व
बनाने की कोशिश मत करिये
रोज़ टुकड़ों में कटती जिंदगी
रोज़ ख़ुद में यूँ न मरिये
अमर करना है अगर अपना हर किरदार
और रहना है ख़ुश तो बस अच्छे अभिनेता बनिए....
सारिका.....-
ऐसा नहीं है कि हमें होती नहीं
तकलीफ किसी बात से
बस हमने आंसुओं को इश्क़
और मुस्कुराहट को
दोस्त की तरह अपना लिया है..-
♣️ दूर दूर तक ♣️
दूर दूर तक बस ख्यालों का धुंध था
जिसमें तुम्हें ढूंढना नामुमकिन सा था
धुंध छंटने का इंतजार करते
या फिर ख़ुद धुंध में उतरते
मन मस्तिष्क में एक अजीब सा द्वन्द था
आँखों पर मन का आसन
कानों पर मस्तिष्क का शासन
तुम्हारा होना तो सिर्फ एक भ्रम था......
भ्रम के टूटने का भय
ख्यालों की अपनी लय
फिर भी उम्मीदों को धुंध में दौड़ना था.....
सारिका जोशी नौटियाल"सारा"
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