जो खेल समझ लिया जाए।
इश्क़ के अपने कायदे क़ानून हैं
उनका भी पालन किया जाए।
इश्क़ की चाय भी मीठी लगती है
गर उसमें नमक भी डाल दिया जाए।
इश्क़ की राह में कांटे तो बहुत हैं
अफ़सोस नहीं जब गुलाब दिया जाए।
इश्क़ के नाम पर ठगी भी बहुत है
इश्क़ को बदनाम ना किया जाए।-
💫ज़िंदगी में जो चाहो वो हो जाता है,
बस हाथ में कलम का होना ज... read more
क्या देख रही हो उधर मैं तो तुम्हारे पास ही हूँ,
क्या सोच रही हो तुम मैं कोई ख़्वाब तो नहीं हूँ।-
महीनों से चलता ही जा रहा है।
फिर धूप फिर बादल आ जाते हैं
रह रह कर परेशानी हमारी बढ़ाते है।
बारिशों का मौसम तो सबको पसंद है
चाय पकौड़े भुट्टे किसको नापसंद हैं।
कहीं प्राकृतिक आपदा ने तांडव मचाया है।
कहीं मौसम ने अपना नर्म रूप दिखाया है।-
मर जाएं इससे पहले हाथों में हाथ दे दो।
उम्र बीत जानी है सारी गिले शिकवों में यूँ ही
दिल को रहने का इक आशियाना तो दे दो।
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वो मेरे अलावा किसी को दृश्य नहीं।
मेरे दिल में जो आरज़ू है बेपनाह
वो मेरे अलावा किसी को समझ आनी नहीं।-
इश्क़ की कहानियाँ दोहराते हैं
तुम्हारे ये सुंदर से झुमके सनम।
नित नूतन बात कह जाते हैं
तुम्हारे ये अलबेले झुमके सनम।
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कोई हमारा भी हमनवां हो मोहब्बत के लिए।
दूर इस दुनिया से हम चले जाएंगे एक दिन
रह जाएगी बस तस्वीर ही अदावत के लिए।-
चाँद तुम क्या बताओगे
तुम तो खुद मुँह फेरे हो...
उस तरफ़ जिस तरफ़
तुम्हारा राज़ चलता है...-
है कि जल की धारा है
कभी ऊबड़ खाबड़ रास्ते
तो कभी सरपट रास्ते मिले
जहां रास्ता मिला वहीं से
अपना रास्ता बना लिया तूने
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