Har pal tarasti hu....
Ek mulakaat ke liye....
Har pal dua karti hu...
Teri muskaan ke liye...
Na jaane....
Tu Mujhe yaad bhi
karta hai ya nhii...?
Par mai har lamha bitaati hu
bas tujhe yaad karke....-
Kaash Koi subah aisi bhi hoti...
Mai ankhein kholti aur khud ko tere bahon me pati-
Gumaan toh bahut tha hame Teri mohabbat pe.
Par wafa itni bhi mushkil Nahin thi Jo tu aaya jafa pe.-
परियो की क्या बात करूं
वो तो उनकी भी रानी हुआ करती थी...
महफ़िलो की जान
और चाँद की चाँदनी हुआ करती थी...
मैं उसकी नज़रो में रहता था
वो मेरी नज़रो में रहा करती थी...
वो लड़की एक ऐसी थी
जो मुझमे खुद को देखा करती थी....।
- Remembering_someone
HP's thinking
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ना एक महीना ना एक साल, पूरे दो साल बाद किया है
आज फिर एक दिन हमने, उसके लिए बरबाद किया है
उसको याद आती है या नहीं आती मेरी, कोन जानता है
कोई बताओ जा के उसको, हमने आज फिर याद किया है
✍पवन वर्मा ✍-
Raahat-e-dil ko sukóon zaroori to nahi teri baaho'n me mile...
Tum apne ungliyón se apne zulfo'n ko kaano ke peeche'y karo na..."itna kaafi hai "..-
मुलाकातों का सिलसिला भी अजीब होता है,
जब उम्मीद न हो ये भी तभी होता है।
महफ़िल में जब जब आंखे तलाश करती है उसको,
हर चेहरे में मुझे उसका दीदार होता है।
न जाने कैसे समझाऊ उसे, अपनी इस चाहत को,
की हर वक़्त मेरी निगाहों को सिर्फ उसका इंतेज़ार रहता है।
सोचता हूं अब तेरी राह देखना कम कर दूंगा,
तेरी चेहरे की वो हँसी अपने दिल से मिटा दूंगा।
पर तुम तो मेरी आदत सी बन गयी हो,
दिल की हर धड़कन में बस गयी हो
इसलिए तुझे भुलाना खुद को भूल जाने जैसा होता है,
मेरे लिए तो हर दिन बस तेरे नाम का ही होता है।
-REMEMBERING_SOMEONE
- Dedicated to Miss. Rasna
HP's thinking
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राहों में चलते फिरते कुछ सोचता रहता हूँ,
चांदनी रात मे चाँद को उसका अक्स समझ कर निहारता रहता हूँ।
अरे अब तो बदलो ने भी हाल पूछना छोड़ दिया है मेरा,
इसलिए चाँद को ही अपना मान कर दिल के दर्द बाताता रहता हूँ।
सोचाता हूँ एक रोज उससे उसकी ही छोटी सी शिकायत करेंगे,
दिल की आरजू कुछ अलग तरह से बयां करेंगे क्योंकि उस दिन बिना लव्ज़ के ही हम उससे सारी बात करेंगे।
- Remembering_someone
HP's thinking
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