क्या वाकई?
क्या वाकई तुम्हारी, वो शामें वो रातें जिन मै हम साथ थे
वो बर्बाद कर दिये मैने?
क्या वाकई तुम्हारा ,वो मिलना वो तुम मे उलझना उलझकर
फिर सुलझना बर्बाद कर दिया मैने?
क्या वाकई तुम्हे गले लगाकर प्यार जताना तुमसे दिल लगाकर ,तुम्हारा वक़्त बर्बाद कर दिया मैने?
क्या वाकई तुम पर कुछ नगमे कुछ शायरी लिख कर
वो पन्ने बर्बाद कर दिये मैने?
क्या वाकई तुम्हारे साथ गुज़ारे, वो 2 साल बर्बाद kr दिये मैने?
क्या वाकई 2 साल बर्बाद कर दिये मैने?
-Remembering_someone
HP's thinking
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कितनी अजीब बात है ना,
हम सब की कुछ ऐसी यादें है।
जिन पर हमे नाज़ है,
और उन यादों को हम भुलाना नहीं चाहते।
लेकिन जिन यादों को हम भुलाना चाहते है...
जिन बुरे सपनो को हम दिमाग से निकालना चाहते है.....
जिन यादों को हम अपने दिमाग से मिटाना चाहते है,
जिन सीक्रेट्स को डर के मारे छुपाना पड़ता है।
ना चाहते हुए भी वो डर वो यादें हमारे साथ चले आते है,
पर अच्छी यादें बहुत जल्दी ही हमारे दिमाग से धुंधली होने लगती है।
और उन्हे खो देना सबसे ज्यादा आसान है,
शायद मै उन्हें भूलना नही चाहता।
अगर मुझे अपना बचपन भूलना है,
तो मुझे नही भुलाना।।
-Remembering_someone
Hp's thinking
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कहना बहुत कुछ चाहता हूं तुमसे
पर ना चाह कर भी खामोश हूं
गलत हूं मै जनता हूं
इस बात की माफी भी मांगता हूं
पर आज सिर्फ तुमसे वादा चाहता हूं
अगर कहीं टकराए हम किस्मत से,
तो नज़रे फेर कर नहीं ,हल्का सा नज़रे
मिला कर मुस्कुराना।
इन पलों की बाते जेहन में जो आए तुम्हारे,
तो बेवफा नहीं तुम मुझे मजबूर समझना।
गर करे जिक्र कोई मेरा तुम्हारे दरमियान,
तो उदासी की जगह ज़रा सा मुस्करा देना।
हो मुलाकात अगर मुझसे सपनों में तुम्हारे,
तो वहीं अपने सारे गिले शिकवे मिटा लेना ।
हक़ीक़त में जो हो जाऊ रूबरू तुमसे ,
तो बिना रोके गले लगकर पश्चाताप करने देना।
-Remembering_someone
HP's thinking
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जिस देश में गाड़ी पर हिंदी में नंबर
लिखने पर चालान हो,
जहां 90% लोग अंग्रेजी में हस्ताक्षर
करते हो,
जहां हिंदी के लिए दो दबाना
पड़ता है,
एवं जिस देश की अदालतों में
न्याय के लिए बहस हिंदी मै नहीं
सुनी जाती ,
मेरे उस देश के देशवासियों को
हिंदी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।
#copied
-Remembering_someone
HP's thinking
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"मै इन्हे राज्य तो क्या, सुई की नोक के बराबर भी जमीन नहीं दूंगा"...ये पंक्ति तो आपने काफी सुनी होगी ...
इसी से मिलती जुलती मेरे परिवार में भी किसी ने कहीं ,
''जो अपने हक मांगने की बात करे उसे परिवार से भी अलग कर दो!"
हा शायद कुछ यही शब्द थे.…..।
तो चलो आज फिर बेईमान का जिक्र किया जाए,
बेईमान की बेईमानी को और गहराई से जाना जाए।
#बेईमानताऊ
-Remembering_someone
HP's thinking
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पिता की जमीन और चंद घड़ियों में ,
ऐसा क्या खलल हुआ....
मेरे परिवार का हर एक सदस्य,
इसी स्वार्थ में बदल गया।
भाई - भाई का दुश्मन हो गया...
मां को अस्पताल में मारता हुआ छोड़ने वाला भी,
बाप की जमीन का पहला हिस्सेदार हो गया ।
वक़्त और जमीन के इस खेल में
हर रिश्तेदार बेईमानी और स्वार्थ की सारी हदें पार कर गया।
#बेईमानताऊ
-Remembering_someone
HP's thinking
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कही खो गया हूँ
इसलिए खुद को ढूढ़ने लगा हूँ.....
बहुत दर्द मिला है सबसे
इसलिए अपने काम से काम रखने लगा हूँ....
बहुत चुभती थी मेरी शिकायते
इसलिए अपनी जुबान पर लगाम रखने लगा हूँ....
बहुत बार भरोसा टूटा है
इसलिए विश्वाश के नाम से डरने लगा हूँ....
कहीं खो गया हूँ
इसलिए खुद को ढूढ़ने लगा हूँ.....
-Remebering_someone
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इजहारे मोहब्बत हैं,
कुछ बात अलग हैं.....
हा मैं नहीं हो सकता तुम्हारा,
तुम्हारी जात अलग है....।
-Remebering_someone
HP's thinking-
दिल मे दर्द...
आंखों में अश्क़
और
लफ़्ज़ों से कुछ और बयां करते है....,
खामोश राते नसीब में नही तो क्या
हम
बन्द कमरो में ही अपना धुन्दला चाँद खोजा करते है...
-Remembering_someone
HP's thinking-
हर बार उसे इज़्ज़त देकर प्यार भी जताता हूँ,
और कुछ बातों को लेकर नाराज़ भी हो जाता हूँ।
कभी कभी उसे ओरो से बात करता देख ईर्ष्या से जल भी जाता हूँ,
बस ऐसे ही उसे अपना प्यार दिखाने की कोशिश में,
मैं उसके लिए अपनी सारी हदें पार कर जाता हूँ।।
-Rememering_someone
HP's thinking
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