हो जाती है इश्क़ की आदत यकायक,
मुश्किल है तो चाहना किसी को इत्मिनान से-
मेरी माँ के होठों पे जब कभी हसीं खिलती है
यक़ीन मानो मुझे दुनिया बड़ी हसीन लगती है
वो जब सर पे , हाथ रखकर मुझे देती है दुवाएं
दुनिया की हर मुश्किल बड़ी आसान लगती है
और मैं जब भी जाता हूँ सफ़र पर कभी तनहा
मेरी माँ की दुवाएँ मुझको साये सी लगती है
वो आँखों की जुम्बिश से दर्द को जान लेती है
उसे औलाद को पढ़ने मैं कहाँ देर लगती है
मेरे बीमार होने पर इक पल भी नही सोती
रोता देख बच्चे को कब माँ को नींद लगती है
कभी जब आँख लगती है , माँ की गोद में मेरी
तो मानो रूह मेरी बाग़-ए-जन्नत टहलती है-
_काबिलियत_
हर मुश्किल को झुकाना
मुमकिन है गालिब..
शिद्दत से काबिलियत की
आजमईश तो कर...-
जो मुकर गए अपने बातों से एहसासो को क्या समझ पायेगे,
क्या पता था कहानी को किस्से में तबदील कर यूँही चले जायेगे.......-
दौर ए राह में मुझे कुछ और आसान नजर आता नहीं ,
एक तेरे इश्क की बात भी अब बस की बात नहीं ।-
दिल की बात छुपानी मुश्किल...
लेकिन हम छुपाते हैं....
घर में शरीफ,और yourQuote पे...
दीवाने हम कहलाते हैं...-
_रफ्तार_
दुनिया कुछ भी कहे ए गालिब
मस्तमौला जैसी चाल हो...
लाख मुश्किले खडी करे कोई
तेरी गुमनाम एक रफ्तार हो...
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माना...
कभी टूटता हूंँ...
कभी बिखरता हूंँ...
पर सच है...
मैं मुश्किलों में ही...
निखरता हूंँ...-
अपने हाथ से ख्वाबो का गला घोट दिया मैंने,
जानते बुझते उसे फिर से खोद दिया मैंने।
कहती वो मुझसे हर वक़्त पा लो मुझे,
बना बहाना मुश्किलो का यू खो दिया मैंने।-
Teri Mushkilen Hal Karna,
Tujhe Sine Se Laga Ke Bas Tujhe Apna Kehna,
Mujhe Dono Bahut Pasand Hai...❤️-