“चेतक पर चढ़ जिसने, भाले से दुश्मन संघारे थे।
मातृभूमि की ख़ातिर जिसने, जंगल में कई साल गुज़ारे थे।”
#IndiasPrideMaharanaPratap-
9 MAY 2020 AT 10:27
9 MAY 2020 AT 9:52
आरी मस्तक पे दौड़ने वाला
उसका चेतक भी मतवाला था।
जितने वजन का अकबर था
उससे ज्यादा महाराना का भाला था।
#MahaRanaPratapJayanti🙏💐
#IndiasPrideMaharanaPratap-
9 MAY 2020 AT 8:04
स्वाभिमान था इसलिये घास की रोटियाँ भी खाया वरना महल भी बहुत थे रहने के लिये🙏🙏🙏
महाराणा प्रताप की #जयंती पर कोटि कोटि नमन...🙏🏻🚩
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