भाई और बहन के स्नेह के पावन पर्व रक्षाबंधन की ढेर सारी शुभकामनाएं और बधाई।
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।। भारत माता की जय ।।
"भारत की एकता और अखण्डता को सर्वोच्च मानते हुए भारत की स्वतन्त्रता,अपने देशवाशियों का उज्ज्वल और सुखमय भविष्य प्रशस्त करने हेतु अपने पराक्रम के बल पर शत्रुओं से लोहा मनवाने वाले और अपने प्राणों की सहर्ष आहुति देने वाले,मॉं भारती के परम शौर्यवान वीर शहीद जवानों को कृतज्ञ नमन 🙏🙏🙏
🇮🇳।। भारत माता की जय ।।🇮🇳
स्वतन्त्रता दिवस की अशेष शुभकामनाएं और बधाई।" 🇮🇳-
ऐ खुदा! अब तो बस कर...
किसी के साम्रज्य का राजकुमार गया तो किसी के किले का शहंशाह!...
इस मस्त मगन हिंदोस्तां को ना जाने किसकी लगी आह!-
माँ आपको धन्यवाद!
मैं इस अवसर पर आपको धन्यवाद देता हूं...।
मेरे जीवन में अमूल्य योगदान के लिए।
माँ आपको धन्यवाद! और आपको शुभकामनाएँ।
संसार की समस्त मातृ शक्तियों को सादर नमन।
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समस्त भारतवर्ष की शान क्षत्रिय सम्राट, अतुलित वीर योद्धा मेवाड़ रत्न श्री महाराणा प्रताप सिंह जी की 481 वी जन्मदिवस की आप सभी देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई।
नाम - कुँवर प्रताप जी (श्री महाराणा प्रताप सिंह जी)
जन्म - 9 मई, 1540 ई.
जन्म भूमि - कुम्भलगढ़, राजस्थान
पुण्य तिथि - 29 जनवरी, 1597 ई.
पिता - श्री महाराणा उदयसिंह जी
माता - राणी जीवत कँवर जी
राज्य - मेवाड़
शासन काल - 1568–1597ई.
शासन अवधि - 29 वर्ष
वंश - सुर्यवंश
राजवंश - सिसोदिया
राजघराना - राजपूताना
राजधानी - उदयपुर।-
मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के जन्मोत्सव श्रीरामनवमी के पावन अवसर पर आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं।
यह महापर्व सभी के लिए सुख, समृद्धि और आरोग्य का वरदान लेकर आए और देश को कोरोना महामारी से लड़ने के लिए संबल प्रदान करें।
*! जय श्रीराम!*-
भजु दीनबंधु दिनेश दानव, दैत्यवंश-निकन्दंन |
रघुनन्द आनंदकंद कौशलचन्द दशरथ-नन्दनं ||
श्री रामनवमी की हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई।
श्री राम जी आप सभी का कल्याण करें और वैश्विक त्रासदी से दूर रखें। इसी शुभकामनाओं के सहित श्री रामनावमी की अनंत शुभकामनाएं।
*!जय सियाराम!*-
भए प्रगट कृपाला, दीनदयाला,
कौसल्या हितकारी।
हरषित महतारी, मुनि मन हारी,
अद्भुत रूप बिचारी॥
लोचन अभिरामा, तनु घनस्यामा,
निज आयुध भुजचारी।
भूषन बनमाला, नयन बिसाला,
सोभासिंधु खरारी॥
कह दुइ कर जोरी, अस्तुति तोरी,
केहि बिधि करूं अनंता।
माया गुन ग्यानातीत अमाना,
वेद पुरान भनंता॥
करुना सुख सागर, सब गुन आगर,
जेहि गावहिं श्रुति संता।
सो मम हित लागी, जन अनुरागी,
भयउ प्रगट श्रीकंता॥
ब्रह्मांड निकाया, निर्मित माया,
रोम रोम प्रति बेद कहै।
मम उर सो बासी, यह उपहासी,
सुनत धीर मति थिर न रहै॥
उपजा जब ग्याना, प्रभु मुसुकाना,
चरित बहुत बिधि कीन्ह चहै।
कहि कथा सुहाई, मातु बुझाई,
जेहि प्रकार सुत प्रेम लहै॥
माता पुनि बोली, सो मति डोली,
तजहु तात यह रूपा।
कीजै सिसुलीला, अति प्रियसीला,
यह सुख परम अनूपा॥
सुनि बचन सुजाना, रोदन ठाना,
होइ बालक सुरभूपा।
यह चरित जे गावहिं, हरिपद पावहिं,
ते न परहिं भवकूपा॥
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आपको और आपके समस्त परिवार को चैत्र शुक्ल प्रतिपदा हिन्दू नववर्ष विक्रम संवत् 2078 की अनन्त शुभकामनाएं एवं बधाई।
नूतन वर्ष में आपका जीवन नित नई सफलताओं से परिपूर्ण रहे और आप सदैव प्रसन्न रहें,निरोगी रहें ऐसी ईश्वर से प्रार्थना है..!!
🚩जय श्री राम🚩-
चैत्र मास के प्रथम दिवस,नवरात्रि पर्व की एवं नववर्ष की अनन्त शुभकामनाएं !!
माँ आदि शक्ति श्री विंध्यवासिनी जी आप सभी का कल्याण करें।
नववर्ष मंगलमय हो!!-