आशिक़ी कि जब से...
मुझ पर है बरसात हुई...
तब से हमसे ही...
हमारी न मुलाकात हुई...-
सच कहूँ तो,हमारी जान हैं हिन्दी,
इस वतन की शान हैं हिन्दी,
करोड़ो भारतीयो की 'जुबान' है हिंदी,
जो कभी भुला न जा सके
माँ-बाप से मिला हुआ वो संस्कार है
"हिन्दी"
-
सारी गलती ही हमारी थी... 😕😐
हमनें ही किसी को इतना मौका दिया
कि वो जब चाहे हमारे पास आए....!
और जब उसका मन भर जाए
तो हमसे दूर चला जाए....!!-
तुझसे बात करके हम जैसे, गिर के भी संभल जातें हैं
तुमको ना सुने तो जैसे हम, पत्थर से कुचले जातें हैं!
इक मुस्कान पे तेरी हम, खुशियों से मचल जातें हैं
बस रूठ जाने भर से तेरे, हम ख़ाक में मिल जातें हैं!
तू जो साथ है तो हम, धूप से ख़िल जातें हैं
साथ मेरा छोड़ा तो हम, शाम से ढल जातें हैं!
जब भी आता है तेरा नाम, मेरे नाम के साथ ,
तो जाने क्यूं लोग, मेरे नाम से जल जातें हैं!!-
बरसों का प्यार आज सवाल कर रहा..
क्या मुझे उससे प्यार है....?
पर मेरा अन्तर्मन मुझसे सवाल कर रहा...
क्या मुझे खुद पे ऐतबार है...?
एक अजीब सा शोर इस दिल में दस्तक् दे रहा...
की इस ज़िन्दगी का क्या कोई सार है..?
क्यों थोड़ी बेपरवाहदिली इस सफर में न आई...
ज़िंदगी इतनी मुश्किलों का सफर सिर्फ हमारे हिस्से क्यों लाई...??-
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा देने वाले लोगों के लिए...
बेटी हम बचा भी लेगें, पढा़ भी लेगें..
इन भूखे भेड़ियों से हमारी बेटी बचाओ पाओगे क्या?
बहुत से वादे किए गए बेटियों के लिए,
उनमें से सिर्फ एक वादा निभाओगे क्या?
जितनी दरिंदगी हो रही है हमारी बेटियों के साथ,
ठीक वैसी ही दर्दनाक सज़ा उन पापियों को दे पाओगे क्या?
चंद मिनटों में जिंदगी बर्बाद करने वालों की, बरसों लग जाते हैं सज़ा मुकर्रर होने में,
कैसे सम्हलते होंगे बेटियों के मां-बाप, उनका दर्द समझ पाओगे क्या....-
Mai door Jati rhi usne mujhe roka nhi
Use mere na hone se farq nhi pdta to mene bhi unhe kabhi toka nhi 😑-
जब खूबसूरती की बात हो
तो तू याद आती है
और जब कोई और देखे तुझको
तो दिल मे मेरे दर्दे चुभन सी हो जाती है-