मिला नहीं हमें जीने का तरीका.
तो कुछ यूं चुन लिया हमने "दर्द" का दामन।
खूब निभाया "दर्द" का साथ
बन गए हमदर्द वो भी "दर्द" का
बेचारा दर्द भी रो पड़ा; हमारे दर्द को महसूस कर।-
30 MAR 2023 AT 16:56
मिला नहीं हमें जीने का तरीका.
तो कुछ यूं चुन लिया हमने "दर्द" का दामन।
खूब निभाया "दर्द" का साथ
बन गए हमदर्द वो भी "दर्द" का
बेचारा दर्द भी रो पड़ा; हमारे दर्द को महसूस कर।-