Dr. Jyoti Prakash Rath   (Dr. Jyoti Prakash Rath)
4.4k Followers · 595 Following

read more
Joined 13 December 2019


read more
Joined 13 December 2019

मन बस एक पृष्ठ भूमि है
लड़ते जाते यहां कई समर
हार जीत हो जाता निश्चय
डगमग हुआ जब मन का नगर

-



भरे महफिल मैं रुशबा किया सब ने
कोई गिला नहीं कोई शिकवा नहीं
बस एक तुम्हारी चुपी ने दिल तार तार कर दिया

-



इतना दूर भी मत करना हमें
के फिर ढूंढ ना पाओ हमें

-



हसरते कुछ और था
कुछ मुकमल हो ना पाया
गम कैसा जो हुआ ही नहीं
दिल में एक हलचल सा हुआ
फिर समझा दिया खुद को
क्यों के
हसरते कुछ और था

-



I am all right





I am not going good

-



हम करते रहे उम्र भर
उन्हे ना रिस्ते निभाना था ना साथ

-



I have not changed;
This is my Upgraded Version

-


YESTERDAY AT 18:17

I am a common Man.
I don't have any problem with You.
If you have problems with me,
Then it's your Problem.

-


26 APR AT 18:08

एक ठहराह सा आया जीवन मैं
कुछ अरमान करबट लेने लगा है
बात है नहीं कुछ भी
फिर क्यों चेहरे पर मुस्कान आने लगा है

-


25 APR AT 16:07

लिखते रहे हम उम्र भर
कभी दिल की बात
कभी मन की बात
लिखते लिखते कुछ यूं खो गए
अपनी कहानी खुद लिख दिए

-


Fetching Dr. Jyoti Prakash Rath Quotes