QUOTES ON #23RD

#23rd quotes

Trending | Latest
29 APR 2020 AT 19:06

True loves are truely hurted

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28 MAY 2019 AT 22:15

Quran absorbs sadness from the heart like a sponge


#23rd ramzan

Nuzool e quraan majeed

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23 APR 2020 AT 15:32

Books are our true companion
It makes our soul happy🤗
It gives us knowledge and wisdom
Each book we read
Is a minor software upgrade
Of our brain..

#WorldBookDay
Keep Reading📖

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26 DEC 2021 AT 16:39

To uper wala tumhe badi khushiya dega ..

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29 JUN 2020 AT 22:06

The beauty of a beautiful girl is beautiful than her beauty....

Dnt read agn and agn i posted just because it was my duty.

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26 OCT 2019 AT 1:33

Nature always reflects.

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29 APR 2020 AT 16:14

ज़िन्दगी की गाड़ी बस युही चलने दो
बस तेईस साल ही तो पूरे हुए है,
दोनों को और भी दिन साथ गुजारने दो
प्यारे से लगते है दोनों एक साथ
बस किसी की नजर ना लगने दो
छोटी मोटी नोक झोक, मीठी लड़ाईयां
और ढेर सारा प्यार,
बस ये सब मिलके प्यारा सा डोर बांधने दो
यूंही दोनों का रिश्ता मजबूत रहने दो♥️♥️

आजकल तो प्यार के नाम पे हाजारो दिल टूटे है,
पर "Forever और True Love" का मतलब तो मैंने इनसे जाना है,💕💕
इनको देखकर दिल में एक आस की दिया जली है कि
सब जोड़ियां टूटने के लिए नहीं कुछ तो
हमेशा दिलो से जुड़ने को बनते है,
मेरे जीवन के ताज महल के शाहजहान और मुमताज़ है वो!
इनके प्यार के दिए हमेशा यूहीं जलते रहे♥️🔥
बस मेरे "Ma-Baba" की ज़िंदगी यूहीं खुशियों से खील उठे,
उनको मेरे तरफ से शादी की सालगिरह की लक् लक् बधाईयां..

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29 MAY 2020 AT 9:14

मेरी कविता :- तेरे हौसले भी मापे जाएंगे ( चंद पंक्तियाँ)

दुनियाँ ने दीवारों पर बस उन्हीं की तस्वीर लगा राखी है,
अपने हुनर विचारों से जिसने क्रांति ला राखी है,
मत आंक अपने को अदना सा, क्या नहीं हो सकती है,
सुना तो होगा ना , एक चींटी भी पहाड़ पार कर सकती है.
पूर्णता को छोड़ो .... पहले एक शुरुआत तो दो,
जिस रस्ते पर चले हो, उसे सम्मान तो दो,
माना जख़्म अभी गहरा है धुंधला सा सवेरा है,
वक़्त है, वक़्त को मैंने बदलते बहुतो बार देखा है. .
मेरी बातों का न समझोगे अभी नादाँ समझकर,
मेरी कविता है अभी लिखी है, छपने तो दो सज- सवकर।

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6 JUL 2020 AT 18:16

Escape

The anecdotes from the past,
Are forever going to last.
I keep losing my train of thought,
Always finding myself in some obscure plot.
Reality is infuriating,
Escapism is captivating.
I enter this utopian land,
Which offers me a helping hand.
A figment of imagination it might be,
Still better than the apathy around me.

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23 MAR 2021 AT 17:45

“......शहादत को शब्दों की परिसीमा में
बांधना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है!!”
✍️....कलम आज उनकी जय बोल,
जला अस्थियाँ बारी-बारी
चिटकाई जिनमें चिंगारी,
जो चढ़ गये पुण्यवेदी पर
लिए बिना गर्दन का मोल
कलम,आज उनकी जय बोल...(‘दिनकर’ जी)
.....भावपूर्ण श्रद्धांजलि 🕯️🕯️🌷🌹🌸🏵️🌻🙏श्रद्धासुमन...शत् शत् नमन 🙏🙏
#शहीद दिवस🕯️🕯️
#23rd march💐💐
🖋️सत्यप्रकाश विश्वकर्मा
-Priyanshu‘A r c h u’

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