किसी विषय पर चर्चा हो तो,
सबसे पहले खुद तुम समझो;
बिना उसे खुद परखे समझे,
बेहतर है तुम कुछ न बोलो।
औरों की बातों में आकर,
अपनी राय तुम नहीं बनाओ;
शांत मन और खुली आंँख से,
पहले उसको खुद ही तोलो।-
20 DEC 2019 AT 15:06
23 MAR 2022 AT 9:15
हमेशा तस्वीर के दो पहलू होते हैं —
एक जो हम प्रत्यक्ष देखते हैं और दूसरा जो हम नहीं देख पाते हैं...-
25 DEC 2019 AT 10:07
कभी प्रकृति की निष्ठुरता हमें बहुत बड़ी शिक्षा दे जाती है और कभी उसकी मिठास जीवन में मधुरता घोल देती है...
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23 JUN 2021 AT 0:27
लोग हारने वालों की हार को देखते हैं, जीत के लिए किये गये कोशिशों को नहीं...
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19 APR 2017 AT 7:33
छल कहियो शिक्षहि सँ एमहर बुद्धिबलक पहिचान
ज्ञानक छल ई पुण्यभूमि, छल ज्ञानहि सँ विद्वान
युग बदलल तँ हवा बदललै, अजब-गजब सभ ताल
आजुक स्थिति जे जते पढ़ल से ततबे पुष्ट अकान-