धरा का ऊष्मित होना
बादलों द्वारा थाह लेने बूँदों का बरसना
बीजों का वृक्ष बनना
वृक्षों का पुष्प पश्चात् फल देना
स्तन में दूध आना
गर्भिणी का शिशु को जन्मना
ये सर्वोच्च स्थिति
है आत्मश्लाघा की
जहाँ मूल अपने सर्वश्रेष्ठ का
जग को प्रत्यक्षीकरण करता है
सुकून से आँचल में सिर रख के सोता
जहाँ पुरुष स्त्री के सीने से लग के रोता है ॥
-
4 APR 2021 AT 10:05
26 AUG 2021 AT 16:14
किसी के योगदान को नकारना और खुद
की बड़कई गाना आत्मश्लाघा के अतिरिक्त
कुछ नही है.-
15 SEP 2019 AT 5:51
आत्मप्रशंसा (आत्मश्लाघा), एक ऐसी मानवीय कमजोरी है जो उच्च पदस्थ नेताओं में इतनी बड़ी मात्रा में पाई जाती है कि बेचारे की वस्तुपरक मुल्यांकन की क्षमता बिल्कुल कुन्द हो जाती है। किसकी हिम्मत कि उसके आँखों के आगे लगे पर्दे को हटा दे?
और लिखने छपने वालों में ? अरे जनाब, पूछिये मत। सर के बाल से पाँवों के नाखूनों तक, शत प्रतिशत आत्मश्लाघा; छपास रोग से ग्रसित:
"भाई, दवा लो।"
"नहीं लेता!"
एकदम वैसे वाले ग्रसित।-