यूँ न मुरझा कि मुझे खूद पर भरोसा ना रहे,
पिछले मौसम में तेरे साथ खिला हूँ मैं भी !!-
zindagi_ki_ kitab_se
(Zindagi_ki_kitab_se)
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Joined 2 May 2020
5 JUN 2023 AT 17:21
3 MAR 2023 AT 7:53
जिस उम्र में परात में अंगूठी ढूंढ़नी चाहिये,
उस उम्र में एग्जाम के सेंटर ढूंढते फिर रहे हैं !!!😄-
2 MAR 2023 AT 7:50
उठो तो ऐसे उठो...... फ़क्र हो बुलंदी को भी....
झुको तो ऐसे झुको... नाज़ हो बंदगी को भी... !!-
24 JAN 2023 AT 18:22
जज़्बात पे काबू वो भी मोहब्बत में,
तुफान से कहते हो चुपचाप गुज़र जाओ !-
23 JAN 2023 AT 7:43
मेरी खबर पूछने के लिए किसी को बुलाना पड़ेगा ;
सो गया हूँ में मुझे नींद से जगाना पड़ेगा !-
22 JAN 2023 AT 10:31
कुछ ज़ख्मो की कोई उम्र नहीं होती...
ताउम्र साथ चलते हैं जिस्म के खाक होने तक !!!-
21 JAN 2023 AT 11:59
लिखना हैं पर क्या लिखू????
अहसास -ए -शब्द लिखुँ !
या शब्द -ए -अहसास लिखुँ?
समझ सको तो समझना....
इन पंक्तियों के अभिविन्यास को !!-
17 MAY 2022 AT 20:10
तुम्हे तलब कँहू , ख्वाहिश कँहू
या ज़िन्दगी!
तुमसे तुम तक का सफ़र हैं
ज़िन्दगी मेरी.. !!-
26 APR 2022 AT 18:07
मैं हवा लिखूंगा.... तुम आलिंगन समझना !
मैं बात लिखूंगा... तुम ज़ज़्बात समझना !!-