राहे उल्फत में हो गए हैं दो मुक़ाम ज़िंदगी के,
एक ग़म के वास्ते है, एक मौसम-ए-खुशी के।
हम क्या क्या तुम्हें बताएं, ये रंग आशिक़ी के,
हैं कुछ तिश्नगी के नग़में, कुछ बुलबुले खुशी के।
पैरों में पहने पायल आई वो ऐसे चल कर,
बजते हैं घुंघरू जैसे, हों साज़ मौसिक़ी के।
आए वो ख्वाब में और लगकर गले ये बोले,
क्या दें तुम्हें बताओ इनआम आशिक़ी के।
हाथों की अपने मेहंदी वो दिखा के मुझको रोए,
कहने लगे वो मुझसे हम हो गए किसी के।
हंगामा है एक आशिक़ बे आब मर गया है,
अब हो रहे हैं चर्चे यूँ हमारी आशिक़ी के ।।-
Wish me on 6th Sept... read more
Let Love be the loudest shout,
Let it lift the heaviest hearts,
Let it brighten the darkest space,
Let it bask in Sun and Moon.
Let Love be the way we live,
Let us teach it to our young,
Let love unite our generations,
And be passed to those to come.
Love passionately, love purely.
With purpose, without condition,
Let love be a comfort for the broken and weak,
Let Love be the language that every soul speaks !!-
ये दिल है बेचैन तुम मेरे क़रीब आओ न,
किस बात से हो ख़फ़ा मुझे बताओ न..
दूसरों से क्या कहते हो तुम हमारी बातें,
जो भी हैं शिकवे तुम मुझे बताओ न..
मुझपे क्यों करते हो इतनी इल्ज़ामतराशी,
कुछ अपने किये वादे भी तो निभाओ न..
मैंने तो कहा ही था इन्तिज़ार करूंगा हमेशा,
फिर देख कर के क्यूँ हो हैरान बताओ न..
मना किया था तुमने तो कैसे आता भला,
छोड़ो ये गिले शिकवे अब गले लग जाओ न।-
तेरे इश्क़ में यूँ हमने सब कुछ गवाया,
यादों में तेरी अपना सब कुछ भुलाया,
मिला दर्द मीठा तुझसे प्यार करके..
जो अमृत में थोड़ा ज़हर हो मिलाया,
जो रोया नहीं था कभी ज़िन्दगी में,
उसे रात दिन हर घड़ी क्यों रुलाया..
तुम्ही ये बता दो ये रिश्ता है कैसा,
न अपना बनाया न बोला पराया,
मिलेंगे तुझे हम तेरे दर पर हमेशा,
अगर तूने हमको कभी आज़माया,
तेरे इश्क़ का है असर मुझपे कैसा..
बिगाड़ा है मुझको या मुझको बनाया,
अंधेरे मुझे जब कभी घेर लेते..
तेरे अक्स ने दिल में दिया है जलाया,
मोहब्बत है होती ख़ुदा की नियामत,
बना नूर हमने है दिल मे सजाया ।।-
मुझको प्यार करते हैं वो पूरे दिल-ओ-जाँ से,
हक़ीक़त है ये मेरे वालिद कम नहीं किसी माँ से,
मुझको सुधारने को कभी वो सख़्ती भी करते हैं,
इसलिए खुल कर प्यार करने में वो झिझकते हैं,
जुड़ी है उनकी हर खुशी फ़क़त इक मेरी हां से,
हक़ीक़त है ये मेरे वालिद कम नहीं किसी माँ से,
सारे ज़माने के दर्द वो खुद पे सहते हैं,
सारी उम्र वो अपनो से कट कर रहते हैं,
पुराने कपड़े वो पहनते हैं कम वो खाते हैं,
मगर खिलोने मेरे सारे ख़रीद कर वो लाते हैं..
वो मुझको सोया हुआ देखते हैं दिल भर कर,
न जाने सोच कर क्या क्या वो मुस्कुराते हैं,
मेरे बग़ैर सारे ख़्वाब हैं उनके वीराँ से..
हक़ीक़त है ये मेरे वालिद कम नहीं किसी माँ से।।-
यार भी राह की दीवार समझते हैं मुझे,
मैं समझता था मेरे यार समझते हैं मुझे,
जड़ उखड़ने से झुकाव है मेरी शाखों में
दूर से लोग समर बार समझते हैं मुझे
क्या खबर कल यहीं ताबूत मेरा बन जाये
आज जिस तख़्त का हक़दार समझते हैं मुझे
नेक लोगो में मुझे नेक गिना जाता है
और गुनाहगार ~ गुनाहगार समझते हैं मुझे,
मैं तो खुद बिकने को बाज़ार में आया हूं
और दुकानदार ख़रीदार समझते हैं मुझे,
मैं बदलते हुए हालात में ढल जाता हूं
देखने वाले अदाकार समझते हैं मुझे,
मैं तो यूँ चुप हूँ कि अंदर से बहुत खाली हूँ
और ये लोग पुर इसरार समझते हैं मुझे
जुर्म ये है कि इन अंधों में हूँ आँखों वाला,
और सज़ा ये है कि सरदार समझते हैं मुझे।।-
Happy Birthday Dear Niece Megha 🍫🍫🍧🍧🎈🎈.
Many Many Happy Returns of this auspicious Day with lots of Love, Luck, Happiness and Prosperity.
May Almighty Allah always bless you with happiness and good fortune. You always may get what you desire. As you travel into adulthood, I am wishing you a smooth journey full of scenic overlooks. Good bless you always 🎉🎉🎉🎉🍧🍧🍧💐💐💐💐-
नज़र- नज़र से रूह तलक उतरने दे,
कुछ इस कदर आज हमें बिखरने दे .,
भरोसा है मुझे नहीं डूबने वाला मुक़द्दर मेरा,
मेरे सफ़ीनों को अब भंवर से गुजरने दे. ,
सामना करना है अभी तो तूफानों से,
अपने चिरागों को हवा से ना डरने दे.,
क्या शै है ग़ज़ल खुद ही जान जाओगे,
दर्द ए दिल को तो ज़िगर में ठहरने दे .,
मौसमे तन्हाई भी दिलचस्प है बेखबर,
उसकी मर्जी है तो उसको मुकरने दे ।।-
ग़म पे मेरे तेरा यूं हँसना मुस्कुराना ठीक है,
दिल में तेरा बार बार आना जाना ठीक है।
हमने मांगी थी दुआ जो मुस्कुराने के लिए,
उस दुआ का हमसे फिर यूँ रूठ जाना ठीक है।
देखना है तेरी फुरक़त ले जाएगी हमें कहाँ..
यूँ तेरी यादों में ज़ुबां का लड़खड़ा जाना ठीक है।
इन दूर तक उड़ते परिंदों की कहाँ हैं मन्ज़िले..
यूँ तेरा इस शजर से उस शजर पे जाना ठीक है।
ता उम्र यूँ होटों को सी कर कुछ नहीं मुझको मिला,
हाँ अब मेरे कागज़ क़लम का चीख जाना ठीक है।
तू है बड़ा संगदिल बड़ा बातिल बड़ा ख़ुदग़र्ज़ सा,
तू वोही जिसने कहा था मेरा यहाँ से जाना ठीक है।।-
Wishing you a very Happy, Healthy and prosperous Birthday My Sweet Sister Shweta. Many Many Happy Returns of the Day with a wish for You on your Birthday, whatever you ask may you receive, whatever you seek may you find, whatever you wish may it be fulfilled on your Birthday and always. Wishing you a birthday as sweet and as lovely as You!!
Meri dua hai tere liye Humesha khush rahe, khilkhilati rahe Aur sehatmand rahe (Aameen)
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