सवाल
धूप से गुजरकर , दीदार से तेरे सुकून सा आता है
नजर से नजर मिलाकर हर दफा पिघल सा जाता हैं
मोहबत का तो पता नहीं , पर हुकुम कुछ तो बात है
हर बार खीच लाती है , जरूर कुछ तो बात है
मुस्करा दो देख कर तो , मीठी खीर सी आती है
अगर हो नजरो में नाराज़गी तो दिल चिर कर जाती है
होगा जो भी फैसला तुम्हारा , मुझे एतबार नही
जो हो बेहतरीन तुमसे , मुझे उसका इंतजार नही
आज पहली दफा , अंतिम सवाल है
हा करोगे या ना , दिमाग में अंतिम बवाल है
अगर हुई हा तो सबसे बेहतरीन सवाल था
अगर हुई ना तो फिरसे सवाल है
सुनो ..............
अब में अपने सवाल का जवाब चाहता हु
मुस्करा रही है इस वक्त वही जनाब चाहता हु
अगर हुई हा तो ख्वाब से ख्वाब बुन लूंगा
ना हुई तो कोई न , में फिर भी तुम्हे चुन लूंगा-
कुछ मतलबी दोस्तो से नाता जोड़ा था लेकिन अब सम्भल गया हूं
बहुत खुशनसीब थे वो पाके मुझे पर अब लगा उन्हें की में बदल गया हूं-
ए तकदीर लिखने वाले , मेरी तकदीर में एक एहसान लिख दे
जिसे बेशुमार मोहब्त है मुझसे , उसकी मेहंदी में मेरा नाम लिख दे-
My contact list is the best because of nobody post about #MC
love you everyone 💞
Post and share if you agree-
हर राज को कुछ इस कदर खोलना है
बहुत हुआ आप अब तुम्हे तुम बोलना है।-
यह बेखौफ सा लड़का , तेरा होने से डरता है
तेरा होना भी है मगर तुझे खोने से डरता है-
मोहब्बत सच्ची है , मगर हक आधा नही चाहती
कृष्ण चाहिए उनको , मगर बनना राधा नही चाहती-
मुमकिन नहीं फिर भी तुम्हारा इंतजार हो
दुनिया में है लाखो पर तुमसे एतबार हो
बेशक नहीं है इजाज़त दीदार की वरना
जितनी दफा देखूं उतनी दफा प्यार हो-
मुझे नहीं खबर , दिल भी मेरा गुमनाम होगा
थाम लो हाथ मेरा सिलसिला ये आम होगा-