तन्हा हमको छोड़ दियाऔर बोल गया आसानी सेइश्क तो मैं भी करता हूँपर डरता हूँ बदनामी सेदिल से तुमको चाहा थाऔर दिल से तुमको चाहूँगादिल से दिल का नाता हो बसक्या होता है शादी से -
तन्हा हमको छोड़ दियाऔर बोल गया आसानी सेइश्क तो मैं भी करता हूँपर डरता हूँ बदनामी सेदिल से तुमको चाहा थाऔर दिल से तुमको चाहूँगादिल से दिल का नाता हो बसक्या होता है शादी से
-
पल भर भी वो दूर नहीं होता मुझसेमूरत दिल में बसती है मुरलीधर कीराधा रानी बोल रहीं हैं सखियों सेये मुरली ही काफ़ी है मुरलीधर की -
पल भर भी वो दूर नहीं होता मुझसेमूरत दिल में बसती है मुरलीधर कीराधा रानी बोल रहीं हैं सखियों सेये मुरली ही काफ़ी है मुरलीधर की
तुमको अपनी मम्मी से मिलवाना हैऔर फिर रोटी गोल नहीं बनती तुमसेछोटी छोटी बातों पर इतना गुस्साजाओ हमको बात नहीं करनी तुमसे'अज्ञानी' ने तुमको ही तो चाहा बसकह देता हूँ प्यार नहीं पगली तुमसे -
तुमको अपनी मम्मी से मिलवाना हैऔर फिर रोटी गोल नहीं बनती तुमसेछोटी छोटी बातों पर इतना गुस्साजाओ हमको बात नहीं करनी तुमसे'अज्ञानी' ने तुमको ही तो चाहा बसकह देता हूँ प्यार नहीं पगली तुमसे
हम खिल उठे थे रात में इक ख़्वाब देखकरमारा नहीं गया हमें मिलवा दिया गया -
हम खिल उठे थे रात में इक ख़्वाब देखकरमारा नहीं गया हमें मिलवा दिया गया
साथ मेरा कोई नहीं देता ,मेरे सब दोस्त मर गये हैं क्या? -
साथ मेरा कोई नहीं देता ,मेरे सब दोस्त मर गये हैं क्या?
पहले से कुछ सँबर गये हैं क्यावो हमें अब बिसर गये हैं क्या?अब कोई इश्क़ क्यों नहीं करता?क़ैस दुनिया से डर गये हैं क्या?जितने इल्ज़ाम थे मुहब्बत केहाय! मेरे ही सर गये हैं क्या?अब मुझे नींद क्यों नहीं आती?मेरे सपने बिखर गये हैं क्या?अब उन्हें लौट के नहीं आना?छोड़के इस क़दर गये हैं क्या?साथ मेरा कोई नहीं देता ,मेरे सब दोस्त मर गये हैं क्या?दो ही बच्चे हैं उसके 'अज्ञानी'वो भी अब आप पर गये हैं क्या -
पहले से कुछ सँबर गये हैं क्यावो हमें अब बिसर गये हैं क्या?अब कोई इश्क़ क्यों नहीं करता?क़ैस दुनिया से डर गये हैं क्या?जितने इल्ज़ाम थे मुहब्बत केहाय! मेरे ही सर गये हैं क्या?अब मुझे नींद क्यों नहीं आती?मेरे सपने बिखर गये हैं क्या?अब उन्हें लौट के नहीं आना?छोड़के इस क़दर गये हैं क्या?साथ मेरा कोई नहीं देता ,मेरे सब दोस्त मर गये हैं क्या?दो ही बच्चे हैं उसके 'अज्ञानी'वो भी अब आप पर गये हैं क्या
कोई न मिला देख लिया जग खंगाल केजो दे सके जवाब मेरे हर सवाल केउस आँख में आँसू हैं और कुछ भी न बचाहम ले गये जिस आँख से कजरा निकाल के -
कोई न मिला देख लिया जग खंगाल केजो दे सके जवाब मेरे हर सवाल केउस आँख में आँसू हैं और कुछ भी न बचाहम ले गये जिस आँख से कजरा निकाल के
वो चाहे कुछ भी न करते हों लेकिनमाँ बाबा का साया काफी होता हैकुछ अशआर तो यूँ ही लिक्खे जाते हैंकुछ ग़ज़लों का मतला काफी होता है -
वो चाहे कुछ भी न करते हों लेकिनमाँ बाबा का साया काफी होता हैकुछ अशआर तो यूँ ही लिक्खे जाते हैंकुछ ग़ज़लों का मतला काफी होता है
🙈❤फिर उसने अपनीभाभी से कह डालाइक लड़का हैहीरापुर में रहता है -
🙈❤फिर उसने अपनीभाभी से कह डालाइक लड़का हैहीरापुर में रहता है
चरागों को बुझाया जा रहा हैहवा का रुख़ घुमाया जा रहा हैयहाँ हमने कलाई काट ली हैउसे दुल्हन बनाया जा रहा है -
चरागों को बुझाया जा रहा हैहवा का रुख़ घुमाया जा रहा हैयहाँ हमने कलाई काट ली हैउसे दुल्हन बनाया जा रहा है