Let's start
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( जय महाकाल 🙏 )
बनारसी है हम !!!
कुछ हादसे ऐसे हुए जिंदगी में
हमने अपना अशित्व ही खो दिया.-
एक पल की ख़ुशी तो दूसरे ही पल गम,
जिन्दगी की धूप छांव के अपने ही रंग है.-
तेरी कश्ती में होकर सवार
इस जीवन की व्यथा को पार कर जाऊं
तुझ में ही खोकर कही
तेरी सांसों से लिपट जाऊं
लौटे न जो रास्ता वापसी की ओर
चल उस रास्ते पर तेरे संग बढ़ जाऊं...
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मुक्कमल सी कहानी अधूरी रह गई,
इश्क की तलाश में खुद को भूल गई 💔-
कुछ पास होंकर भी
अकेलेपन का एहसास दिलाते हैं,
तो कुछ दूर होंकार भी
यादों की गुब्बार उड़ते हैं।-
वहां दूर अम्बर में मेघ छटने को आ गए,
रंजनी भी अब सितारों से जगमगाने लगी,
हवाओं ने अपना रूख मोड़ लिया,
और अंतः धरा की प्यास बुझने से रही!
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उलझने आज भी ख़त्म नहीं होती,
हर रोज़ सुबह के साथ लौट ही आती हैं-
Mohabbatein manzil,
Ta-umr sath rhne ke dilashe,
Mahboob chahe to mukkamal,
N chahe to zillatttt💔
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ऐसा नहीं है हम बेख़बर हैं,
उस एक पल के छलावा से तो हम भी
वाकिफ़ है !-