ख्यालों को भी ख्याल आने में वक्त लगता है
मुनासिब नहीं के हर इक ख्याल शेर ही हो-
Poetry is just not my imaginative thoughts rather it's my love💜
इक उम्र काटी है मैने ग़मों का ख़्याल करते करते
ख़्याल इस बात का नहीं के अब ग़म नहीं आते
पर ग़म इस बात का है के अब ख़्याल नहीं आते-
मोहताज़ नहीं मैं किसी लफ्ज़ों तारीफों की
बस वो पढ़ लेते हैं और मैं शायरा हो जाती हूं-
जो हुआ करती थी कभी कबार अब वो महफिलें आम हो गई
बस इक तुम्ही नहीं समझे वो बातें जो बातें सरेआम हो गई-
मेरी बातों में आ जाना तेरा ज़िक्र अच्छा लगता है
तेरा मेरे लिए किए जाना यूं फिक्र अच्छा लगता है
_Yogita Charan(शायरा)🥀-
यूं तो ख़ास हजारों हैं ज़िंदगी में पर
शक़्स एक थोड़ा ज्यादा ख़ास रहेगा
मैं ख़ुद साथ रहूं या ना भी रहूं शायद
पर ये मेरा अक़्स तुम्हारे पास रहेगा
_Yogita Charan(शायरा)🥀-
मुद्दत बाद कल टूटता तारा दिखा
और किस्मत ऐसी के मांगा फिर कुछ नहीं।-
बहुत रह चुके ख़ामोशी से विसाल हो कर के
चलो थोड़ा ख़्वाब ए सफ़र में चल के देखते हैं
_Yogita Charan(शायरा)🥀
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होतें हैं हादसे बड़े भी मगर मैं सह लेती हूं
ये बातें छोटी चुभती है इसलिए रो देती हूं— % &-