मुझ पर मरने वाले तो बहुत मिली लेकिन मेरे साथ जीने वाली आज तक नहीं मिली,
मुझे सबसे अलग कहने वालों की कमी नहीं लेकिन मेरे लिए अलग दुनिया बसाने वाली जाने कब आएगी,
मुझे इस्तेमाल करने वालों की कमी नहीं लेकिन जो मेरे काम आ सके जाने वो मेहरबान कब आएगा ज़िन्दगी मे मेरे,
मुझे भूलकर मुस्कुराने वाले तो बहुत है लेकिन मुझे याद करके रोने वाला कोई है कहाँ,
मुझे बेकार सोचने वालों की सूची बड़ी लंबी है साहब काश कोई मेरी उपयोगिता के गुण गाता,
मुझे खुदसे जुड़ा करने का सिलसिला बहुत लम्बा चला है जनाब काश कोई खुदसे मिलाता,
मेरे जज्बातों के साथ खेलने वाली तो बहुत मिली लेकिन कभी कोई मेरे अल्फाज़ समझ पाए ऐसा हमदर्द आज तक नहीं मिला।।
-