मिलते थे हम जिस जगह पे
तुम्हारे जाने के बाद भी हम
वहीं तुमसे मिला करते हैं।-
लिखने का कोई खास हुनर नहीं है मुझमें, लेकिन फिर भी एक शौक ह... read more
सुकून के कुछ लम्हें तलाशता हूँ हर दिन
मगर जिम्मेदारियाँ हैं कि बीच में रास्ता रोक लेती हैं।-
समझ सके मेरे दिल को बस वो ही करीब चाहिए
या फिर मेरे ही जैसा मुझको बदनसीब चाहिए।-
जब अपने दिल में अपनी इज्जत होती है,
तो फर्क नहीं पड़ता दुनियां क्या कहती है।-
मिटा दो गलतफहमियाँ ये शिकवे गिले
कल किसने देखा है हम मिलें या न मिलें!-
दिन भर की थकान को पल भर में मिटा देता है,
ऐसा कोई और नहीं बस अपना ही घर होता है।-
कुछ इस तरह से मेरी जिंदगी में इतवार आ रहा है
जैसे आने से पहले कोई जाने की बात कह रहा है।-
कुछ इस अदा से गुजरती हो तुम
कि हम तुम्हें देखा ही करते हैं
हो न जाए कोई गुनाह दिल से
हम दिल को अपने रोका ही करते हैं।-
किसी का साथ नहीं देती किसी को जा के मिलती है
वो किस्मत है साहब बड़ा पक्षपात करती है।-
तुझ तक जो जाए वो राह मिल जाए
तेरे चरणों में बस एक पनाह मिल जाए!-