आज शहर में शोर है बोहत
हम आबादियों से दूर मिलने आ रहे हैं
हमारा क्या लेना देना मोहब्बत के दिन से
यह गलत पते पे तोहफे आ रहे हैं
जैसे तैसे करके सड़क पार की है हमने
इतना ट्राफिक लोग तो लोग
मेरे गली के बच्चे भी आज चांद तोड़ने जा रहे हैं
पिछले साल जिनके हाथ में फूल थे
वही लोग मेरी लाइनों को शेयर करने जा रहे हैं
यायावर 🍂
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Literature student
तुम नीट की टोपर
मैं रीट का अभ्यर्थी प्रिये
हर कीमत पे
यह दोनों जंग जीत चुका था लगभग
सितम यह है कि
कांग्रेस की सरकार थी प्रिये
यायावर 🍂
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खुद तक पहुँचने के लिए कितना दूर जाना पड़ता है
न जाने
कितने पेड़ है मेरे गाँव मे
न जाने
मुझे उस पेड़ की छाँव में बैठना क्यों अच्छा लगता है
क्या अजीब सितम है कि फरवरी मैं लिखे गीतों को दिसम्बर तक आते आते भूल जाना पड़ता है
सुना है यायावर तो सबसे करीब का यार था उसका
क्या अजीब सितम है उसे यह याद दिलाना पड़ता है
पुरा दिन खुद की इस इसरार मे गुजरता है
उसका फोन नही उठाऊँगा
न जाने क्यों उसका फोन क्या बजा उसका फोन उठाना पड़ता है
यह नज्म यह गजल यह शेर
खैर होते रहेंगे
बताओ आजकल कुछ ज्यादा हँसते दिखायी पड़ते हो
कौनसा गम है जिसे छुपाना पड़ता है
यायावर 🍂
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दरिया खुद बुलाता रहा खुद मे डूब जाने के लिए
जो खुद को बचा लाये वो हमी हैं
रिश्ते वक्त मांगते है
और वक्त की बड़ी कमी हैं।
यायावर 🍂-
मैं मर जाऊंगा
मुझे तारीफ से न नवाजिये
मुझे जीना है बहुत
दो शब्द आलोचना में कह दीजिये
यायावर🍂
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कुछ सवालों के जवाब देने मे थे मसरूफ
तो बाल संवारने का वक्त न मिला
मे हर रोज यही बात सोचके सोता हुं रात मे
चाय लाये थे वो बनाके बड़े शोंक से
मुझे उनका दिया हुआ cup ☕ न मिला
यायावर🍂-
महज कुछ गानों मे छिपी है तेरी यादें
वरना वक्त की आड़ मे तो हम खुद को भी भुला चुके थे।
यायावर🍂-
कौन हो तुम कितना चले हो
फ़कीर से दिखते हो कहां से हो
दुखों के आबसार से चला हुं
मैं वो नदी हुं जो समंदर का ख्वाब लेके चला हुं
फकीर सा दिखता हुं शायद लकीर मे कमी है
चलते चलते घीस जायेगी लकीर
कल हर एक ख्वाब खरीद लू
आने वाले कल का वो अमीर हुं मैं।
यायावर🍂-
इक अजब सा तूफान उठा है इक जहन मे
आबाद करेगा मुझे या बर्बाद करेगा
यह वक्त बताएगा...
यायावर🍂-
मैंने तो बस यू ही कह दिया कि में तेरे शहर हुं
मेरे घर वाले है पास में अब बार बार फोन न लगा
इक में हुं कि डरता रहा
किसी की गैर मौजूदगी में तुझे छूने से
अब तू भरे बाजार में मुझे गले ना लगा
माना की मैं अच्छी लिखता हुं शायरी
तेरा भाई भी करता है insta पे तुझे follow
अब इस शायरी को story पे न लगा
यायावर🍂
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