शराब, शबाब और किताब एक वक्त के बाद ही अच्छे लगते हैं।
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Dark Fantasy/Historical fiction.
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चाक करके दिल ये मेरा निकाल ले अपनी यादों को,
पर खबरदार नज़रअंदाज़ न करना अपने झूठे वादों को।-
उत्सव वसंत का परिवर्तन प्रयाग करे,
पुष्पधूलि प्राप्य वह पक्षी बिहाग करे,
देह लेप स्नेह कांति कुंदन विस्तार करे,
कल्याणी नूतन तन धारण श्रृंगार करे,
रक्तवर्ण चूर्ण से व रंजित रस-रास से,
मुखमंडल मंडित है प्रियवर सहवास से,
जलधारा वृष्टि प्रांगण मे आकाश से,
रमणी इठलाई नवजीवन आभास से,
भासित कर हर निसर्ग लिप्सा साकार करे,
सद्गुण संसर्ग संग फाल्गुन त्योहार करे।-
क्या है नया और क्या है पुराना,
कल भी था अब भी वही है ज़माना,
बदलेगा वक्त होगी शुरुआत नई मगर,
ज़ाया मशक्कत न जो बदले फसाना।-
You can't prepare for Everything
But you have to be prepared for Anything-
खुद क्यों अपनी कब्र खोद रहा है ग़ालिब,
ला फावड़ा दे मैं खोदता हूँ।-
ना तसव्वुर कर तू मेरी सोहबत का
यह अंदाज़ तुझे मुआफ़िक ना होंगे।-
"Why did you shoot them?" The Chief interrogated.
"It was too dark and they were between me and the door," the commando admitted.
"You f**ing liar! You had night goggles. You could see before slaughtering your own men!"
"I was not in for seeing what's ahead, after seeing what was behind me."-
हरियाणे का खारा भी मीठ्ठा,
हरियाणे का फीका भी पेठ्ठा,
हरियाणे की बात छोड़ द्यो,
हरियाणे मैं हरिहर बैठ्या,
दूध-दही के खाणे की,
कुश्ती की बात सुणी होगी,
हरियाली से भर्या पड़्या है
या भी साथ सुणी होगी,
दिल मैं बीस्यों बात ले रया हूँ
सोचूँ थमनै कह द्यूँगा
पर बोलण का के फैयदा
थमनै वा भी बात सुणी होगी।
अच्छा, फेर राम राम!-