Yatharth Birla Gurjar   (यथार्थ बिर्ला "गुर्जर"✍️)
30 Followers · 25 Following

read more
Joined 1 March 2020


read more
Joined 1 March 2020
23 MAR 2022 AT 0:15

देशभक्ति और साहस हो दिल में वो डरा नही करते,
जो वतन पर जां लुटाते है शहीद होते है मरा नहीं करते।

-


5 FEB 2022 AT 10:26

नव बीज को नव अंकुर दे मां,
नव विचार को ख्याति हो जाए,
अंकुश लगे, व्याधियों अत्याचार पर,
विद्या दो वसंत से नववर्ष हो जाए,
बुद्धि का पुष्प खिले हर आंगन,
महक में पूरा हिंदुस्तान हो जाए..!!

-


16 JAN 2022 AT 15:18

बढ़ते बढ़ते इत्तेफ़ाकन मैं तेरे दर पे आ गया,
मुझे घर ने बुलाया ये देख मैं मेरे घर पे आ गया,

तूने मुझमें, और तुझमें उतरना चाहा मैने,
मगर तकदीर का ये सूरज मेरे सर पे आ गया,

लाखो - करोड़ों इबादते हमारी दो तरफा थी,
मुकम्मल भी न हुई, और मैं भंवर में आ गया,

तड़पकर तुझे जाना पड़ा किसी गैर के संग,
मैं भी तड़पता हुआ तन्हा सफर में आ गया,

कोहरा घना है, पारा नीचे है इस ज़ालिम ठंड में,
रात भी यादों में कटेगी, सोच मैं मुदस्सर में आ गया,

कहानियां - किस्से, अंजाम तो लाखो पढ़े है मैने,
मगर फिर भी "यथार्थ" तुम्हारे असर में आ गया!!

-


14 JAN 2022 AT 11:00

तुम बनो पतंग मेरी जिंदगी की, मैं पतंग की डोर बन जाऊं,
तुम बनो बौछार बारिश की,मैं खिलखिलाता मोर बन जाऊं
तुम किसी छोर पर, मैं किसी छोर पर, हम दुनिया में कही भी हो,
तुम मेरी ओर चली आओ, मैं तुम्हारी ओर चला आऊं...!!

-


12 JAN 2022 AT 18:07

इश्क में हदों की हदे पार हो जाए तो माने,
इश्क में परिंदों की रूह का दीदार हो जाए तो माने,
और ऐसे तो कई दरिया है जमाने में डूबने को,
कोई मोहब्बत के दरिया में हमसा डूब के जाए तो माने.!!!

-


20 DEC 2021 AT 21:18

माना उदास. होने से होना नही है कुछ!!
पर उसके जाने के बाद बचा नही है कुछ!!!

-


17 DEC 2021 AT 10:26

अब. तो. पैसों. में. बिकते. है लोग,
लोगो ने मोहब्बतो में बिकना छोड़ दिया है.!!

हम. भी. दुनिया. के. एब. में. है,
हमने भी मुस्कुराहटों में बिकना छोड़ दिया है!!

-


9 DEC 2021 AT 10:17

ज़िंदगी में अब मेरी खुद से सवाल हो गया है,
तुझसे बिछड़े आज पूरा एक साल हो गया है!!

-


5 DEC 2021 AT 19:51

बेबसी और 'यथार्थ ' इस चेहरे पर उदासी कैसी,
ये सिलसिला तो सदियों से चलता आ रहा है...!

-


24 OCT 2021 AT 9:14

ये न पूछो क्या क्या करतब दिखाए है हमने,
आंसुओ के कर्ज खूं से चुकाए है हमने,
दुख के बाद संघर्ष सिर्फ इतना है,
बेटे की उमर में बाप के फर्ज़ निभाए है हमने..

-


Fetching Yatharth Birla Gurjar Quotes