नीले घोड़े रा असवार
म्हारा मेवाड़ी सरदार
राणा सुणता ई जाजो जी ...
राणा थारी डकार सुनणे
अकबर धूज्यो जाय
हल्दीघाटी रंगी खून स्यूं
नाळो बहतो जाय
चाली मेवाड़ी तलवार
बह गया खूणा रा खंगाल
राणा सुणता ई जाजो जी ...
झालो गयो सुरगां मांही
पथल लहू लुहान
चेतक तन स्यूं बहे पणाळो
करतब वर्ण्यो ना जाय
म्हाने जीबा सु नहीं प्यार
म्हाने मरणो है इक बार
राणा सुणता ई जाजो जी ...
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6 JUN 2019 AT 17:23