मेरे वतन की हवाओं में खुशनुमा मकरंद है,
क्योंकि फिजाओं में अमर बलिदानीयों की सौगंध है...
पुलवामा के अमर बलिदानीयों को सादर नमन्-
बचा लो उन गाँवों को,
जो शहरों-कस्बों की छांव है
बचा लो उन गाँवों को,
जिनमें मिट्टी का 'भाव' है....
#Coronaattack-
जिंदगी जीने का मजा एक चुनौती है,
संघर्षों की तपिश में खिलती धूप चुनौती है,
उपहारों में 'उपहासों' की भेंट चुनौती है,
ठोकर खाना,गिर कर उठना एक चुनौती है
अपनों से अपनापन पाना एक चुनौती है,
दुनिया को फिर अपना बनाना एक चुनौती है
नकार चुके जब हमें ज़माना एक चुनौती है,
टूटे हुए ज़स्बात को पाना एक चुनौती है
आज चुनौती है,कल चुनौती है
दर्द में मुस्कुरा कर जीना 'रोज चुनौती है'
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यह नफरत बुरी है,ना पालो इसे
दिलों में कलेश है,निकालो इसे
ना तेरा, ना मेरा,ना इसका,ना उसका
यह सब का वतन है,बचा लो इसे-
इतिहास याद रखेगा जब संकट काल में कुछ लोग "दधीचि" बन त्याग की हड्डीयाँ गला रहे थे वही कुछ लोग
आलोचना,लालच,कालाबाजारी,अवसरवादी कार्य कर उपहास उड़ा रहे थे...-
मुझे अक्सर तौला गया
जस्बातों की तराजू मैं,
जबकि मैं दुनिया को
हमराह समझता रहा-
आंदोलन और उसकी मांगे सही या गलत,
यह मेरे देश का विषय है,किंतु फिरंगी चतुर सेना के किसी सर्टिफिकेट की आवश्यकता मेरी 'संप्रभुता' को नहीं है,
चाहे कोई पॉपस्टार हो या फूटा गिटार-
कुछ को दिखे 'किसान'
कुछ को दिखी 'सरकार'
अराजकता में जलता रहा,
लोकतंत्र का 'विचार'
कुछ बैठे 'चश्मा' चढ़ाये
फेसबुकिया 'ठेकेदार'-
जो ना बनने लायक धूल
वो "सितारे" हो गये
हमारी मूर्खता से वो,
अभिव्यक्ति के सहारे हो गये....
TANDAV-
स्वंय में जीवंत हो जाना,
कलुषित अंत हो जाना,
सार्थक अनंत हो जाना,
निष्काम सेवा मे,
दिग् दिगंत हो जाना....-