कैद हूँ आज मैं अपने ही खयालों मे,हकीकत की चाबी तो वो छीन के ले गए ||कुछ सपने बुने थे प्यार से मैने,उनके हर एक निशां भी तो वो बीन के ले गए || - yashu
कैद हूँ आज मैं अपने ही खयालों मे,हकीकत की चाबी तो वो छीन के ले गए ||कुछ सपने बुने थे प्यार से मैने,उनके हर एक निशां भी तो वो बीन के ले गए ||
- yashu