Yash Mehta  
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Joined 3 April 2019


Joined 3 April 2019
21 SEP AT 0:03

How colourful is this world, have a look around.

Have a look around, there are people like rain, some like the sun while some like the moon.

Remember you are a traveller in this world who perceives the nature of the natural beings.

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1 DEC 2024 AT 22:12

आंखे कुछ कहती है, कभी इन्हे पढ़ लिया करो
भावनाएं इनमे जलकती है, कभी इन्हे महसूस कर लिया करो

आंखे जब जगती है, तो चहकती है इस रंगीन गगन में
आंखे जब सोती है, तो साधती है अनंत सपने

अपनी आंखों को जब में अपनी आखों से देखू, तो कुछ देर बाद खो जाता हूं,
कुछ देर बाद जब सही राह मिल जाए तो इन्हीं आखों से बाहर लौट कर आता हूं

मैंने सुना था कही इस जहा में, झरना बहता है सुखदुख का इन आंखों से, पर अब मैंने जाना के इस झरने को नियंत्रित करने के लिए हमारे दिल और दिमाग में आंखें होना भी अनिवार्य है।

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2 AUG 2024 AT 22:37

मगर टिमटिमाते जो तारे,
राह करते चमकीन है,

हमने दिल में रखा है हौसला,
अब मंज़िल करीब है,
हमरी जिंदगी बस ऐसी हसीन है।

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21 JUL 2024 AT 17:10

हमारे जीवन में नहीं था यू अंधकार में जीना।
हे गुरुवर! आशीर्वाद देना, हमें आपका प्रकाश आगे भी भरभरके देना।।

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4 MAY 2024 AT 13:10

I always seemed to be a transparent reflection of you. Whenever you thought for something, I always guessed it correct and brought them into your reality.

But you still turned out to be opaque and stubborn. You broke my trusty trust on you.

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3 MAY 2024 AT 0:37

यादों के बिना,
कैसे हो जीना ?

ऐसी हैं तुम्हारी गरिमा के, याद आए जो तुम मुझे,
तो ना याद आए मुझे वो सीमा।

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21 MAR 2024 AT 0:37

ज़िंदगी में कई बार हमें रास्ते नजर नहीं आते,
कभी नजर आ भी जाए तो,
उसपे चलना कठीन सा लगता हैं।

ऐसे कठीन रास्तों पे चलने का हौसला तो तब बढ़ जाता है जनाब, जब हम इन रास्तों से खो जाते है और कोई फरिश्ता आके हमें सही राह दिखा जाता है।

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24 FEB 2024 AT 21:35

आईना बोला मुझसे, खो गए हो तुम कहा?
बचपन-बढ़पन यह सब तो, खेल आखिर समय का है.

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8 FEB 2024 AT 23:00

कुछ सोच के रह जाते हैं हम,
कैद हमारे मन में,

कभी सोचा भी नही के,
इस कैद की चाबी भी है हमारे ही मन में.

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8 FEB 2024 AT 22:46

कैद हमारे मन में

कभी सोचा भी नही के
इस कैद की चाबी भी है हमारे ही मन में

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