YASH AGGARWAL  
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Joined 20 November 2017


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Joined 20 November 2017
26 JUN AT 16:19

तुम्हारी मुस्कान के खातिर,
सारा जीवन लुटा दूँगा,
तुम पहनना साड़ी,
मैं तुम्हारी माँग में सिंदूर लगा दूँगा..!

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25 JUN AT 15:46

Maturity is realising that the man you're in love with is just a baby with beard. And he only shows his childlike side to you cuz he feels safe with you.

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25 JUN AT 15:39

तेरी गोद में सर रखके हमने ये जाना,
तकिये को ज़रा और नरम होने की जरूरत है...

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26 MAY AT 15:07

तुझी में रात हो जाना तुझी से भोर हो जाना
तेरी ख़ामोशियों से जिंदगी में शोर हो जाना ,
तेरी ताकत है मेरे इश्क को कमज़ोर कर देना
मेरी ताकत है तेरे सामने कमज़ोर हो जाना..!

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26 MAY AT 0:08

ढील ज़रा क्या दी उसने हम प्यासों पर ,
हम ने डेरे डाल लिए तालाबों पर।

नाज़ न होगा फिर तुझको शहज़ादों पर,
शहज़ादी बस एक नज़र हम प्यादों पर।

तुझ को छू कर और किसी की चाह रखे,
तुझ को छू कर और किसी की चाह रखे,
हैरत है और लानत ऐसे हाथो पर।

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11 MAY AT 14:53

मैं लुटा चुका हूँ अपना सब कुछ
अब मुझमें बस एक तू बाकी है
दुनिया कहती बर्बाद है मुझको
देख के मुझमें तू बाकी है
आजमाईश के बाजार में खड़े रहे बीचों बीच, सबने लगा दी बोली बस एक तू बाकी है
फर्क नहीं पड़ता किसी के जाने से
गुरूर है मेरा कि तू बाकी है

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7 MAY AT 20:50

तुम्हारे बाद कोई मनोकामना नहीं है मेरी
मेरी मनोकामनाओं का पूर्ण विराम हो तुम....

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7 MAY AT 20:14

मेरे जख्मों को देखकर कहानी बना देती है,
वह शराब में उंगली डालकर पानी बना देती है,
और चाहती है मैं जहां भी जाऊं,
उसी का लगू,
चाहती है मैं जहां भी जाऊं उसी का लगू,
तो जब भी मिलती है......
गले पर निशानी बना देती है.......

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4 MAY AT 19:47

कौन कहता है
कि पुरुष खोज़ते हैं रूपवती स्त्री
पुरुष तो एक सामान्य स्त्री के तलाश में हैं

जो विषम परिस्थितियों में साथ रहे
और सहारा दे
ग़र रोये तो कायर न समझ कर
श्रद्धा और प्रेमभाव से चूम ले माथे को

और हर ले उसके दिल के तमाम दुख और पीड़ाओं को !

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28 APR AT 11:42

आज उसकी गोद में
सर रखा तो मालूम हुआ
आज उसकी गोद में
सर रखा तो मालूम हुआ ......
धरती पर जन्नत कैसी होती है ।
मैं तो इश्क में पागल हूं
मुझसे मत पूछो.......
दोस्तों से पूछो उनको
भाभी कैसी लगती है...!!

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