कोई मुझे प्यार करे इतनी मेरी औकात कहां।
आप लोग मुझे झेल लेते ये कम है क्या 🥰🥰
ऐसे ही झेलते रहिए Pls मेरी भी कट जाएगी
आपके सहारे। ❤️ लव यू सारा ने ❤️-
ना सरकार मेरी सै ,
ना रोब मेरा सै ,
ना घणा सा नाम मेरा सै ,
मन्नै तो एक छोटी सी बात का बेरा स ,
जित दूध दही का खाना से,
बड़े बूढ़ाँ ताहीं राम राम करकै सर झुकाणा से,
रीत रिवाज ब्यौहार पुराणा से,
योहे ते भाई देशा म्ह देश अपना हरियाणा से।
#HaryanaDay-
जाऊं था कमाण मैं नाम इज्जत का..✍️
एक मतलबी बालक ने राह में रोक लिया..
कदे पीऊं था पाणी भी कति तसल्ली तै..🥛
उसने देख के जहर भी भीतर ठोक लिया..
मरकै बणंगें लाश ईब कामयाबी के ख्वाब तोङ दिए..😒
चुप रहना सिख लिया मने देने जवाब छोङ दिए..❤️
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सिर्फ सांसों का आना जाना सुनाई देता है, थक कर कुछ पल बैठना बहुत सुकून देता है, 😊
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एक कच्ची सी सङक जावै खेत मे मेरे सोचूं था जल्द ए पक्की करवाऊं...🏝️या मोटरसाईकिल भी छमाही पे मांग जा सर्विससोचूं था घुमण फिरण ने गाङी खरीद ल्याऊं..🚗ब्रांडेड कपङे इब दम सा घोटण लागैख्वाहिश होई सूती कुर्ता पजामा सिलवाऊं...❤️मरते से दिखें सै ईब शौक लांबी दाढ़ी के जी करै था ईब उस्तरे पे बोझ बढ़ा आऊं.🙈
एक बैचेन सा दर्द से दिल मे बैरा ना क्यूंपर खर्चे ते डरूं क्यूकर डाक्टर पे जाऊं..😷मेरी कलम भी जाणें शायद धङकन की गति ज्यांते लिखूं जल्दी कदे मर भी ना जाऊं.😌मेरे ते सब स्याणे सबनै सुझ बुझ से दुनिया की
क्यूं ना पंडित भी कमाऊं पुत बण जाऊं..भतेरा कुछ सिखाया मेरेते माँ ने मेरी माँ अर माँ हरियाणी का जल्दी कर्ज चुकाऊं...✍️ ✍️ ✍️-
हिंदी से गौरव हमारा, हिंदी ही पहचान है,
हिंदी से हम हिंदवासी,हिंदी से हिंदुस्तान है।
जय हिंद, जय हिंदी ।
#हिंदी_दिवस-
तुम्हारी तसवीरो से ही तो जाना है हमने तुमको हक़ीक़त मैं रूबरू होना तो बस ख्वाब सा लगता है
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मुझे पढ़ना-लिखना सिखाने के लिए धन्यवाद
मुझे सही-गलत की पहचान सिखाने के लिए धन्यवाद
मुझे बड़े सपने देखने और आकाश को चूमने का साहस देने के लिए धन्यवाद
मेरा मित्र, गुरु और प्रकाश बनने के लिए धन्यवाद।
शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं-
क्यों याद दिलाऊ उन्हें अपने
क्यों उन्हें हमारे होने का अहसास दिलाऊ क्यों उन्हें अपने दिल की बात बताऊ आखिर है कौन वो बे वक्त पर ढल जाती है वक्त के साथ जी चाहे जब बात करते है जी चाहे जब आ जाते है संभालने हमे ... क्यों करू फिर मैं इंतज़ार उनका क्या है आखिर रिश्ता उनसे ✍️✍️✍️✍️-
अब मैं क्या फ़रमान जारी करू की वो पल भर ठहर जाए अब मैं कोनसा गीत गुनगुनाऊँ की वो आकर मुझसे लिपट जाए अब मैं क्या लिखू इन लफ़्ज़ों से की वो फिर इनके दीवाने हो जाए अब मैं क्या इबादत करूं उस खुदा से की हमें मोहब्बत के बदले मोहब्बत मिल जाए
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