Never mind,
"Everything is happening for a purpose, accept the terms and just move on".-
आझाद परिंदे की कहाणी भी आझाद हीं रहती है
फीर चाहे कितना भी तुम उन्हें रोकलो.....
ना उनकी जिने की उर्म कम होती और
नाही उनका जज्बा..........
उन्हे कोइ बंधन में बांध नहीं सकता,
और नाही कैद कर सकता
ओ आझाद हैं आसमान की तरह ।
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कहना , कहना ही रह जाएगा
कहते कहते कोइ ओर आ जाएगा.....
फिर खुदको संभालने की हिम्मत भी रखना,
क्योकी, अपनो का दुसरो का होना,
जिंदगी का सबक बन जाएगा.....
माना की तुम्हें कल की फिकर नहीं,
कहीं यही ना फिकर कल के मौत का
कारण बन जाएगा.......
जब जिना भी मुश्कील हो जाएगा ओर
मरणा भी.....
वक्त है तुम्हारे पास बस अभी ,
पर वक्त का पैया चला गया तोह,
तुम्हारा इंसान तुमसे दुर हो जाएगा.......
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कल के खुशिओ के खोज ,
मे आज खो दिया.......
जब पिछ़े मुड के देखा तो,
कल कभी आया नहीं।-
खुश रहने के लिए
खुशी का ही सहारा लेना पडता हैं,
गम का लिया तो लोग कहेंगे बडे बेशरम
हो ना फिकर हैं ओर नाही हया.......
इन मुस्कुराते चेहरे के पिछ़े जेहर है,
जान जाओगे तो बच नही पाओगे
इन जेहर से बनी सच्चाई से........
जब भी मुस्कुराते दिखे,
तो बस सात में हस हीं लेना
कही मर ना जाओ सच्चाई जानके......
यह आदतें युहीं नही लगती,
कुछ़ जख्मो का इलाज है यह हसना
बस अब कोइ सवाल नहीं,
मैं ख़ामोश हुँ , मेरा मन नहीं ।-
ये आसमान बोहत साफ है उपर सें,
मगर अंदर से उतना ही गहरा.......
लोग कह रहे आज बारीश नहीं होगी,
मगर उन बादलोने खुदको कैसा मोड़ दिया है
उनको की पता........
कही सबर का बांध तुट ना जाये ,
फुट ना जाये।-
मैत्री
मैत्री चा पाढ़ा खुप वेगळा असतो ,त्याला आपल्या प्रकारे मांडता येतो ,वळवता येतो. हे नाते बनवायला आपण सक्षम असतो आणि यांवर फक्त आणि फक्त आपला हक्क असते. आपल्याला समजायला हीच नात असते जिथे मनातील होनारी खळबळ सहजतेने मांडायला आपन मोकळे असतो . आपल्या चेहऱ्यावरचे हास्य खोटे की खरे ते फक्त आपली मैत्री ओळखु शकते. कधी कधी छोट्या छोट्या गोष्टी साठी राग घेऊन बसतो पण त्या मैत्री च्या दुर राहन खुप कठीण होउन जात. आपल्या मैत्री मध्ये दुसऱ्या कुणाच येण मन संतापुन टाकते , पण समोरुन येणारी समज मनाला खुप मोठी धीर देऊन जात असते . रडायला आपल्या मैत्री चा खांदा खुप मजबूत असतो आपल्याला समजवायला आणि समजायला . म्हणतात ना की विचार एक आले की नात आणखी मजबुत होत. जिवनातील होणाऱ्या चढ उताराला आपली मैत्री च साक्षी असते. या नात्या मध्ये मी आणि तु नसते आपण म्हणून होणार निस्वार्थी भाव असतो. जगतांनी मैत्री जपा कारण या नात्यावर आपल्या शिवाय कुणाचा हक्क नसतो ती नाती फक्त आपली असते आपण बनवलेली असते .-
पहला प्यार, सच्चा प्यार
जो हमको हुआ है, हम सबको हुआ हैं,
बचपन वाला प्यार , स्कुल वाला प्यार......
जहा सिर्फ मासुमियत से एक दुसरे को देखना,
ओर घबराना की कोइ देख ना ले हमे ,
एक दुसरे को देखते समय.......
अपने घर के सामने से उसका गुजरना ,
देखने का मन करे फिर भी अनदेखा करना.......
उसके लिए बार बार आयने के सामने से गुजरना ओर मटकना,
किसी त्योहार का इंतजार करना ,
की उसे देखना भी हो जाये ओर किसी को पता भी ना चले.........
अकेले मे उसके नाम को अपने नाम से जोडके
देखना ओर खुद ही मन के मन मे हसना.
प्यार , पहला प्यार ..........
खिडकीयोसे झाक के देखना , ओर इंतजार करना,
एक दिन स्कूल मे नही आये तो सारा दिन अधुरा रहना,
प्रेयर के बिच मे से छुपके से देखना
ओर नजरे मिलते ही वह नजरे चुराना.........
उसको देखते हि दिल का जोरो से धडकना
वह प्यार था बस प्यार , ना उसमे कोइ गिले शिकवे थे....
वहा बस हम हुआ करते,
मानो खुशियोने वहा दस्तक ही दी हो.......
हर पल प्यारा, हर शाम प्यारी , हर दिन प्यारा.
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ये जिंदगी भी बडी कमाल की है साहब
जो सबकुछ हारकर भी उम्मीदो का सिलसिला
कायम रखती हैं।-
Don't Waste Your Words For Unknowing People.....
B'cos They Not Deserve It.-