माना ग़लतियाँ मुझसे हज़ार होतीं हैं ,
लेकिन ये ज़िन्दगी तुमसे शुरू और तुम पर ही
निसार होती है ।।-
Graduate from delhi university
Insta—— y_r_yaduvanshi
माना ग़लतियाँ मुझसे हज़ार होतीं हैं ,
लेकिन ये ज़िन्दगी तुमसे शुरू और तुम पर ही
निसार होती है ।।-
आज फिर एक नन्ही सी चिड़िया आसमान में उड़ने का हौसला साथ लायी होगी
दिखलाने सबको इंसानियत अपने ज़हन में भरके आयी होगी ,
शायद उसे यह नहीं पता की खुद वो इस देश की इंसानियत से रूबरू होने आयी होगी ।।-
ये समय है जनाब,सब दिखता है यहाँ,
रिश्ते और खून सब बिकता है यहाँ।।-
अपने जज़्बातों से पूछो उनकी चाहत क्या है ,हमारा दिल तो तुम पर फ़ना है ,बस इतना बता दो की तुम्हारी रूह की इल्तिजा क्या है ।।
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