Writes of kusum   (@writes of kusum)
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writer
Joined 22 May 2025


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YESTERDAY AT 7:58

स्वाभिमान हो या अभिमान
कभी - कभी दोनों ही हालातों में
इंसान अकेला रह जाता है ।।

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9 JUL AT 14:03

दोस्त
मोहब्बत तेरी हो या मेरी
अगर सच्ची है,
तो बिना दर्द के मिलेगी नहीं ।।

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9 JUL AT 7:46

राम नाम की भक्ति में
शक्ति मिलती अपार

जो पाप न धुले गंगा सागर में
वो जीव भी तर जाएं लेकर राम का नाम।।

🙏जय श्री राम 🙏

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8 JUL AT 13:45

"मेरी तस्वीर कहती निर्मल जल की धारा हूँ मैं
ख़ुद में समाहित पुनर्विचारों की परिभाषा हूँ मैं" ।।

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8 JUL AT 9:58

"काश तुम समझ पाते इस मन की पीड़ा
यूँ फैशला न सुनाते हमें
हाथ पकड़े रहते मुश्क़िलों मे भी हमारा" ।।

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8 JUL AT 7:58

सुप्रभात 🙏

इंसान किसी के सिखाने से
कुछ नहीं सीखता
जब तक उसका स्वयं का मन न हो ।।

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7 JUL AT 7:52

बिना हुनर कोई इंसान नहीं होता
ख़ुदा सबका इंसाफ़ बराबर करता
समझने में भूल सदा हमसे होती
इसलिए
एक उम्र निकल जाती हमेशा ख़ुद को ही समझने में।।

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6 JUL AT 9:52

लोगों की अहमियत
हम सब की जिंदगी में ,

उतनी नहीं होती
जितनी हम ख़ुद बना देते ।।

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4 JUL AT 9:51

"सांसे तो चल रही है जिंदगी तो चल बसी अपनी,
आँखे खुली हैं पर नज़रे तो कब से चुरा ले गया कोई"।।

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3 JUL AT 9:18

Sometimes Love is blind
but
blind love is very dangerous
it's true

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