स्वाभिमान हो या अभिमान
कभी - कभी दोनों ही हालातों में
इंसान अकेला रह जाता है ।।-
दोस्त
मोहब्बत तेरी हो या मेरी
अगर सच्ची है,
तो बिना दर्द के मिलेगी नहीं ।।-
राम नाम की भक्ति में
शक्ति मिलती अपार
जो पाप न धुले गंगा सागर में
वो जीव भी तर जाएं लेकर राम का नाम।।
🙏जय श्री राम 🙏
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"मेरी तस्वीर कहती निर्मल जल की धारा हूँ मैं
ख़ुद में समाहित पुनर्विचारों की परिभाषा हूँ मैं" ।।-
"काश तुम समझ पाते इस मन की पीड़ा
यूँ फैशला न सुनाते हमें
हाथ पकड़े रहते मुश्क़िलों मे भी हमारा" ।।-
सुप्रभात 🙏
इंसान किसी के सिखाने से
कुछ नहीं सीखता
जब तक उसका स्वयं का मन न हो ।।-
बिना हुनर कोई इंसान नहीं होता
ख़ुदा सबका इंसाफ़ बराबर करता
समझने में भूल सदा हमसे होती
इसलिए
एक उम्र निकल जाती हमेशा ख़ुद को ही समझने में।।-
लोगों की अहमियत
हम सब की जिंदगी में ,
उतनी नहीं होती
जितनी हम ख़ुद बना देते ।।
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"सांसे तो चल रही है जिंदगी तो चल बसी अपनी,
आँखे खुली हैं पर नज़रे तो कब से चुरा ले गया कोई"।।
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