writerneha menaria  
250 Followers 0 Following

read more
Joined 28 September 2018


read more
Joined 28 September 2018
29 OCT 2020 AT 17:26

जात ज्ञात नहीं मेरी मुझें
मैं मंदिर मस्जिद एक करता हूँ
कही खाना मिल जाता
कही चंद पैसे
और कही तो मिल जाती इज़्जत भी ,
पूछ लेता कोई भी साहिब कैसे हो ?
मैं बोल देता हूँ !
पक्षपात से रहित हूँ ,
मंदिर में अगरबत्तियां बेच देता हूँ ,
और मस्जिद में चादर
जात ज्ञात नही मेरी मुझें
मैं बस मन्दिर मस्जिद एक कर देता हूँ।
-@nehawriter

-


24 OCT 2020 AT 10:43

सोने के पिंजरे में
एक पक्षी क़ैद था
अंदर ही अंदर घुट मरना
पर बाहर निकलना अवैध था
दाना पानी सब समय पर मिलता
पर अपनी आज़ादी से कई दूर था
मानो जैसे पिंजरे से
पार निकलना तो दूर
यह स्वप्न भी ,
उसके लिए निषेध था
सोने के पिंजरे में एक पक्षी क़ैद था
जिसका पिंजरे से बाहर निकलना अवैध था ।
-@nehawriter

-


16 AUG 2020 AT 12:36

फ़ासले भी मिट जाएंगे एक बार फ़ैसला तो करो
एक क़ाश में पूरी जिंदगी तो नहीं गुज़र सकती ......

-@nehawriter

-


8 JUL 2020 AT 11:51

फासले भी मिट जाएंगे एक बार फ़ैसला तो करो
एक काश में पूरी जिंदगी तो नहीं गुज़र सकती ...

-@nehawriter

-


4 JUL 2020 AT 10:54

तेरी सांसो में मेरी सांसे मिला दूँ
तो एक नई जिंदगी बन जाएंगी
तुम कहो तो मैं ख़ुद को तुम पर क़ुर्बान कर दूं
मेरे प्यार की आख़िरी निशानी बन जाएंगी ...
-@nehawriter

-


2 JUL 2020 AT 11:12

बिछड़ कर मिलने की खुशी नही
बस मिलकर बिछड़ने का ग़म रहेगा।
-@nehawriter

-


19 MAR 2020 AT 17:07

......

-


18 MAR 2020 AT 17:51

......

-


14 MAR 2020 AT 15:59

.....

-


17 NOV 2019 AT 10:07

.....

-


Fetching writerneha menaria Quotes