Giving sometime to myself Bucz
Ours happiness starts with us 🙂-
कि जी लेने दो अपने मुताबिक़ कुछ जिंदगी ,
सुना है ज्यादा अच्छे होने की क़ीमत भी चुकानी पड़ती है यहां ।-
जनूंगी मैं एक बेटा ।
जहां सारे कबूतर खंजर के
शिकार हो गए ,
प्रेम पत्र जहां नहीं बाटें जाते ,
उसे तैयार करूंगी आने वाले
युद्धों के लिए ।
उसके दिल को मजबूत,
हाथों को कोमल बनाऊंगी ।
जनूंगी मैं एक बेटा ..
जो स्त्री को नोच खाने के बजाय
आज़ादी समझाएगा,
मातृ भूमि की सेवा मां से
पहले लाएगा ।
भरत सिंह की तरह
देश की रक्षा के लिए कुर्बान हो जाएगा ।
सरफरोश की तमन्ना लिए वो बालपन से
ताउम्र इंकलाव का हो जाएगा ।
मैं उसके वीरगति पर आंसू नहीं गुलदस्ते
और सलामी दे आऊंगी ,
सारे देश वासियों के साथ जय हिन्द के
नारे लगाऊंगी ।
जनूंगी मैं एक बेटा जिसे कफ़न तिरंगे का
पहनाया जायेगा । 🇮🇳
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अगर कल हमारे जीवन का सबसे कठिन दिन होगा
तो हम साथ कोशिश करेंगे 'हम' रहे ।-
प्रेम तो मैं जानती ही नहीं ! लेकिन
तुम्हारा नाम भी जो एक बार ले लूं कलेजे को ठंडक मिल जाता है ।-
इतनी जल्दी मैं नहीं जाने वाली तुम्हे छोड़कर
मुझे दुनियां एक बार तुम्हारी नजरों से देखनी है
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तुम्हें चाहते हुए लगता है मुझे
तुम्हें चाहने की तलब जैसे बहुत पहले
से ही रही होगी मेरी ।-
इस तरह तुम्हें कोई देखता है क्या ?
कि तुम्हारी तस्वीर पर भी अपने होंठ रख दे !-
बहुत सारी शिकायते उनसे ही होती हैं ,
जिनसे ' प्रेम ' शिकायत का दो गुना ज्यादा हो ।-
स्त्री और पुरुष के हिस्से में,
बराबर का आना चाहिए 'घर' और 'दफ़्तर'-