भले ही सूरज सा तेज नहीं मुझमें,
दीपक सा जलता देखोगे,
अपनी ही हद रोशन करने से,
तुम मुझको कब तक रोकोगे ||- श्री
26 MAR 2019 AT 16:56
भले ही सूरज सा तेज नहीं मुझमें,
दीपक सा जलता देखोगे,
अपनी ही हद रोशन करने से,
तुम मुझको कब तक रोकोगे ||- श्री