ज़िक्र भी उसका हैं,
फ़िक्र भी वही हैं।
वक्त सही था,
या फिर तुम सही।
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Writing is my passion❤
I love to write because this is the only way though w... read more
किसी और के पास थे
या जो उनके बाद थे
वो भी तो कही नहीं थे
थे तो सभी पर मतलबी थे-
Fireflies stare at the stars at night.
And mid-night to think about middle-class life.
Whoever comes to the heart, he goes in an intensive way.
Devastated people know but are busy on this journey.
Even if you know the person in your heart, it is very difficult to say.
Broken fantasies ruined a lot of things.-
मैंने लिखी थी कुछ अधूरी कहानियां,
तेरा नाम लिखते ही सारे मुकम्मल हो गया।।-
दिखने में तो कितने सुलझे हुएं हों।
न जाने बातों में इतनी उलझे हुएं क्यों?
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ख़ुदको
तो आज हाल ये न होता
अगर रोक लेते वक्त को वहीं
तो नज़ारे ये नहीं दिखता-
ये एक छोटी सी दुनिया है जनाब,
यहां घूमकर वापस वहीं मिलता जो आपको पसंद नहीं होते।।-
नफ़रत सी हो गई है इन हाथों से
जिनमें उनके नाम की मेहंदी नहीं
नफ़रत सी हो गई है इन बातों से
जिनमें उनके कोई ज़िक्र ही नहीं-
किसी को याद करने की
अब उम्र भी तो नहीं रहीं
खेल-कूद करने की
अब वक़्त नहीं मिलता
उसको देखने की-