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Live in - मैं एक लेखक हूं और अपनी काल्पनिक दुनिया
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कई सदियों तक असहायता और एकांकीपन में बिलखते हुए,
तमाम शिकायते लिखते,कहते हुए अंत में फिर यह अनुभूति होती है
कि ये जो वास्तव में इस मन की समस्या है वह एकाकीपन नही
बल्कि मन की वह कायर अवस्था है
जो सदियों से बस साथ इसलिए तलाश रहा कि वह डरता है
अपने ही स्वयं के खालीपन से...!🥀-
अगर मोहब्ब्त बख्शे खुदा, तो वो सिर्फ़ रूहानी हो।
बुढ़ापा भी उसी संग गुजरे, जिसके संग जवानी हो।। 🥀-
हर किसी की जरुरत पर, नंगे पांव पहुंचे हम,,
हमारी बारी में, सबके यहां बहुत बारिश हो गई।।🥀
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माना कि तेरी दीद के क़ाबिल नहीं हूँ मैं
तू मेरा शौक़ देख मिरा इंतिज़ार देख ✨💖-
बेशर्म रहो, बेवकूफ बनते रहो, बकवास करते रहो,
लड़ते रहो पर जिंदा रहो।
जब तक तुम हो तब तक ही ये दुनिया है,तुम खत्म तुम्हारे लिए दुनिया
खत्म, सारे रिश्ते खत्म।
मरने के बाद कौन क्या स्टोरी लगा रहा, किसको तुम्हारे जाने का गम है,
कौन खुश है ये तुम नहीं देख पाओगे।🥀-
"तुम पागल नहीं हो
तुम सिर्फ़ जागे हुए हो।
और इस दुनिया में
जागना ही सबसे बड़ी पागलपन है। 🥀-
"हर बार जब मैं आँखें बंद करता हूँ,
वो सब सामने आ जाता है
जिसे मैं भुला देना चाहता हूँ।
जैसे वो अतीत
मेरे लौटने का इंतज़ार करता हो —
क्योंकि उसे मालूम है
कि मैं लौटूँगा ही।-
प्यार तब नहीं परखा जाता जब सब कुछ ठीक चल रहा हो ..
असल प्यार तब सामने आता है,जब सब कुछ उलझा हुआ हो..
जब मन थका हुआ हो, आँखें नींद से नहीं-दुख से भारी हों..
और जब खुद को सँभालने की ताकत भी न बचे।
ऐसे में अगर कोई आपके पास बैठकर सिर्फ इतना कह दे कि
“मैं यहीं हूँ,” तो मान लेना,वही प्यार है🥀✨-