लिख कर जो मैं ख़त लाया हूँ
ख़ता की है जो तुमने उसकी दास्ताँ सुनाने आया हूँ ,
पता है हमें कि तुम्हें फ़र्क़ नहीं पड़ता अब पर,
अपने दिल की ख़ुशीके लिए तुम्हारे दिल की करामात बताने आया हूँ-
थक जाते होगे आप हमारी अच्छाई सुन सुन कर,
मै खुद की बुराई करू क्या?
क्यों उठाते हों तकलीफ इतनी हमें गिराने को
कहो तो मैं खुद गिर जाऊं क्या?-
हां! आज खुश हू क्युकी तूने बतलाया है।
दिल बेताब है
लगता है मुकद्दर का तोहफा सामने से चलकर आया है।।-
ढंग से करो हमें बदनाम
बदनामी हम सहन कर लेंगे।
तुम अपनी तशरीफ संभालो
वरना हम कभी पीट देंगे ।।-
गुफ्त-गु करना चाहते है तुमसे बस दो पल
साथ हसना चाहते हैं तुम्हारे बस दो पल
साथ रोना चाहते हैं आपके बस दो पल
अधूरी ही सही जिंदगी बिताना चाहते है बस दो पल-
लिख दू तेरा नाम या छुपाए रखू,
कर दू इजहार या जज़्बात दबाए रखूं।
अगर हों इजाजत आपकी तो पहरेदारी में अपनी आंखें आप पर टिकाए रखूं ।।-
सपने में दिखने वाला चेहरा तेरा होना चाहिए
मुसीबत में कंधे पर हाथ तेरा होना चाहिए
और कुछ ना मांगु मेरे दोस्त
मर जाऊ तो अगले जन्म में जो मिले वो दर भी तेरा होना चाहिए
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जब भी हम मिले,तू मुझसे हमारी बात कर ।
गिले शिकवो को छोड़, मेरा साथ निभाने की बात कर ।।
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अच्छे हम भी हैं कभी आजमा कर देखो,
गैरों को छोड़ कभी हमारा साथ निभा कर देखो ।।-
जब कामयाबी पैरो में होगी तो सिर पर हाथ तेरा होगा
तेरी रजामंदी से साथ केवल चाहने वालों का होगा-