कहने को तो कई शब्द है,
मगर बात उसी में है जो दिल को भा जाए,
माना कि विचारों का खेल है,
मगर अनुभूति का अंदाज़ ही कुछ अपना सा हैं,
क्योंकि प्रभाव तो कुछ क्षणों का है,
मगर एहसास जिदंगी भर का है,
चाहने को तो कुछ नहीं है,
मगर करने का हौसला अपने क़दमों से है,
इन आँखों ने जिंदगी के कई नज़ारे देखे है,
मगर नजरिया तो वक्त ही दिखाता है।
-वृतिका
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