तेरे दर्दों कि भी, क्या बस इतनीं ज़िंदगानी हैं।जब तक मेरा खाना चले,तब तक कि कहानी हैं॥ -
तेरे दर्दों कि भी, क्या बस इतनीं ज़िंदगानी हैं।जब तक मेरा खाना चले,तब तक कि कहानी हैं॥
-
लड़ने का मज़ा, बाप के साथ आता हैं।ग़लत तो तुम होगे,पर मनाने वही आता है ॥ -
लड़ने का मज़ा, बाप के साथ आता हैं।ग़लत तो तुम होगे,पर मनाने वही आता है ॥
तेरे इश्क़ में,इस कदर डूबा हूँ।दिन में,रात की तरह खोया हूँ॥ -
तेरे इश्क़ में,इस कदर डूबा हूँ।दिन में,रात की तरह खोया हूँ॥
तेरे इश्क़ में इस कदर खोया हूँदिन में भी रात कि तरह रोया हूँ -
तेरे इश्क़ में इस कदर खोया हूँदिन में भी रात कि तरह रोया हूँ
सम्भाल कर रखना रिश्तों को, मौसम बेईमान आया है अब तो पत्ते भी सूख कर, हवा के साथ बहते नज़र आते है -
सम्भाल कर रखना रिश्तों को, मौसम बेईमान आया है अब तो पत्ते भी सूख कर, हवा के साथ बहते नज़र आते है
आप किसी ओर से समझ कर,मुझे समझोगे तो उलझ जाओगे।मुझसे मिल कर ख़ुद से,मुझे समझोगे तो आप सुलझ जाओगे॥ -
आप किसी ओर से समझ कर,मुझे समझोगे तो उलझ जाओगे।मुझसे मिल कर ख़ुद से,मुझे समझोगे तो आप सुलझ जाओगे॥
उनके लहज़े में नरमी हमेशा इसलिये भी रहीं।क्यूँकि उनकी बातों में सच्चाई कभी नहीं रहीं॥ -
उनके लहज़े में नरमी हमेशा इसलिये भी रहीं।क्यूँकि उनकी बातों में सच्चाई कभी नहीं रहीं॥
इश्क़, हमेशा तुझसे सच्चा रहा ।कम्बख़्त दिल, थोड़ा कच्चा रहा ॥ -
इश्क़, हमेशा तुझसे सच्चा रहा ।कम्बख़्त दिल, थोड़ा कच्चा रहा ॥
आपके उत्तर आपकी बुद्धिमत्ता का प्रदर्शन हैं।आपके प्रश्न आपके चरित्र का दर्शन हैं॥ -
आपके उत्तर आपकी बुद्धिमत्ता का प्रदर्शन हैं।आपके प्रश्न आपके चरित्र का दर्शन हैं॥
ऐसा नहीं था यूँ किसी का लिहाज़ नहीं रहा।पर वहाँ दाँव पर मेरा आत्म सम्मान भी रहा॥ -
ऐसा नहीं था यूँ किसी का लिहाज़ नहीं रहा।पर वहाँ दाँव पर मेरा आत्म सम्मान भी रहा॥