आईने से डर गए तुम,
ऐसा क्या दिखाया,
दिखलाया तेरा सच तुझको,
या फिर जुठ से पर्दा उठाया,
खुद को खुद से मिलाया,
या चेहरे से नकाब हटाया,
गलत था जिंदगी जीने का सलीका,
तेरे कानो में बताया,
दौड़ाते ही रहोगे आंखरी सांस तक,
कुछ ना आएगा हाथ,ये पाठ पढ़ाया,
आईने से डर गए तुम,
ऐसा क्या दिखाया,,,,
- વોરા આનંદબાબુ"અશાંત"
17 MAY 2019 AT 0:39