मैं पागल परिंदा,
अभी निकला हूं घर से,,
बाकी हैं अब तक भटकना मेरा,,,
छोड़ आया मैं सबकुछ ,
सहा नी गया मुझसे,
सबकी नजरों में खटकना मेरा,,,
फिसलता रहा मैं, हर एक सफर में,,
बाकी हैं अब तक,
संभलकर चलना मेरा,,,,-
Vivekjeet VK
(_ _Vivek♥)
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i love writing...
Kalam man
Ek faisla glt liya,
Or zindagi tabah ho gyi....
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Kalam man
Ek faisla glt liya,
Or zindagi tabah ho gyi....
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Joined 20 December 2019
7 DEC 2021 AT 9:02
19 SEP 2021 AT 11:49
लिख भी दूंगा अगर मैं अपने आप को,
तो भी तुम पढ़ नहीं पाओगे॥
मेरी बातों को तो तुम समझते नहीं,
तो मुझको क्या खाक समझ पाओगे॥॥-
10 AUG 2021 AT 14:19
खजाना तो बचपन में था ,
जब मेरे पास मेरे दोस्त थे,
अब तो सिर्फ जरूरतें और जिम्मेदारियां हैं...!!-
10 AUG 2021 AT 11:17
सब कुछ तो है मेरे पास,
यार भी और प्यार भी ,
बस कमी है तो मेरी खुद की,
ढूंढने से भी मेरे अंदर अब मैं नहीं मिलता...॥-
9 AUG 2021 AT 21:08
कैसे मिलूं मैं अब खुद से,
मैंने अपनों को पाने के लिए खुद को खो दिया..!!-
9 AUG 2021 AT 13:35
कोई तेरी नही सुनेगा, कम से कम तू तो अपनी सुन,
ओरो को चुनने से बेहतर हैं, तू अपने आप को चुन...॥-
9 AUG 2021 AT 13:12
ऊब सा गया हूं अब तो मैं इस जिंदगी से,
खुली हवा में भी अब तो मुझे घुटन सी होती है...!!-
6 JUL 2021 AT 1:36
मैं जिसके लिए अच्छा था ,
आज उसी के लिए बुरा हो गया,
जिसके लिए कभी दुआ हुआ करता था,
आज उसी के लिए बददुआ हो गया ॥-