कौन गलत था,
केवल मैं
कौन सही था,
केवल मैं
कौन है बदला,
केवल मैं
किसने याद किया,
केवल मैं
कौन प्यार में रहा,
केवल मैं
कौन मरा है
केवल मैं
केवल मैं-
गर्व से भारतीय
मैं पल दो पल का शायर हूँ ,
पल दो पल मेरी कहानी है ,
पल दो पल... read more
कौन गलत है, मैं या तुम
मैं और तुम
कौन सही है, मैं या तुम
मैं और तुम
कौन बदलेगा,मैं या तुम
मैं और तुम
कौन याद करेगा, मैं या तुम
मैं और तुम
कौन प्यार में रहेगा, मैं या तुम
मैं और तुम
कौन मरेगा, मैं या तुम
मैं और तुम
फिर,
जिस दिल में उसको रहना था उससे उसको रिहा किया
जिस हाथ से उसको छुना था, उससे उसको विदा किया
और,
वक्त ने अब सब सवालों का हल दिया है
सही और गलत का मतलब बदल दिया है-
क्या कुछ बदल गया है,
जी बतायें नहीं भरता,
मेरे अंदर जो जी रहा है,
वो कविताएँ नहीं करता।।-
मैं वहीं था खड़ा प्रेम के द्वार पर,
तुम तो आ न सकी,मैं भी जा न सका।।
गीत लिखे कई साथ गाने थे जो,
तुम तो सुन न सकी,मैं भी गा न सका।।
प्रेम था बनना जिसे फिर वो पीड़ा बना,
तुम खुद को खो न सकी,मैं बचा न सका।।-
उलझे प्रश्न,जबाब से दूरियाँ,
मुझसे मेरे ख्वाब की दूरियाँ,
कोई बताये कि मैं क्या करूँ ,
हैं मुझसे मेरी आप की दूरियाँ।।-
हर तरफ है आकर्षण खींच लेता मुझे जो,
इस आकर्षण से दूर सुदृढ़ है खड़ा मंजिल मेरा।
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हर दिन गुजर रहा बीमार की तरह,
हम हो गये निकम्मे सरकार की तरह।।-
हो के मायूस न यूँ शाम से ढलते रहिए,
ज़िंदगी भोर है सूरज से निकलते रहिए।
मौत तो आनी है तो फिर मौत का क्यूँ डर रखूँ
ज़िंदगी आ तेरे क़दमों पर मैं अपना सर रखूँ-
फँसे फँसे हैं लोग सब,
हैं नशे में लोग सब,
ये आँसू की मादकता है,
जो हँसे हैं ये लोग सब।।-