Vivek Tripathi   (विवेक गोरखपुरी)
125 Followers · 20 Following

read more
Joined 28 October 2017


read more
Joined 28 October 2017
5 JUL 2022 AT 23:46

मृत्यु निश्चित है लेकिन यह अनिश्चित समय पर आकर सबकुछ बिखेर देती है।

Death is certain but it comes at an uncertain time and shatters everything.

-


7 JUN 2022 AT 3:59

धुएं में उड़ाई जा रही है ज़िंदगी
किश्तों में बिताई जा रही है ज़िंदगी,
सिगरेट दवा है कई अनकहे दर्दों की
इस भ्रम में लुटाई जा रही है ज़िंदगी।

-


11 MAY 2022 AT 11:07

बिखरा हुआ गगन भी समेटा जा सकता है
यदि समेटने वाला आंचल प्रेमरूपी मजबूत
धागों से बना बुना हुआ हो।

-


11 MAY 2022 AT 10:34

दूर सभी से गगन ने अगणित पल सर्द तन्हाई में गुज़ारा है,
दुआ-ए-वस्ल ने आज गगन को धरा के आंचल में उतारा है।

-


6 MAY 2022 AT 13:26

समूचा गगन समा गया है आंचल तले,
अनगिनत दुआएं कुबूल हुई है आज।

-


12 APR 2022 AT 19:01

अच्छे लोगो की एक गंदी आदत है
वो सबमें अच्छाई खोजा करते है,
धोखा खाते फिर भी बाज नहीं आते
व्यालो से अमृत की आशा करते है।

-


8 MAR 2022 AT 10:48

जैसे धरा पर जीवन के लिए ऑक्सीजन अनिवार्य है
वैसे ही मनुष्य के जीवन में महिलाओं का महत्व है,
ये पूरी श्रृष्टि महिलाओं के बिना अपूर्ण है।

-


12 FEB 2022 AT 10:25

डरने वाले डर जाते है, मरने वाले मर जाते है
कहने वाले कहते रहते करने वाले कर जाते है
बाधाओं से भिड़ने वाले, कफ़न बांधकर चलने वाले
मेहनत को हथियार बनाकर विपदाओं से लड़ने वाले
गिरते-पड़ते आगे बढ़ते पहले नंबर पर आते है...

-


31 JAN 2022 AT 12:28

मिलता कहां मुकाम है आसानी से वहां,
कीमत चुकानी पड़ती है हर जीत की जहा।

-


28 JAN 2022 AT 20:47

किसी भी राजनीतिक पार्टी की विचारधारा से आप प्रभावित हों सकते है, किसी नेता-अभिनेता के वक्तव्यों से आपके विचार मेल खा सकते है मगर अपने विचारों को इतना भी संकुचित मत कर दीजिए की मुखर होकर गलत को गलत और सही को सही कहने की ताक़त ही आपके भीतर से खत्म हो जाए।— % &

-


Fetching Vivek Tripathi Quotes