तुम्हारे साथ गुज़ारी हुई वो वक़्त,
ख़ूबसूरत सी हमारी याद बन गई थी,
मगर हमें क्या पता था,
के वही अब तेरी नई फ़रियाद बन गई थी।-
यही पहचान है हमारी♥️
ज़िन्दगी लिखते है हम,
उसी तरह जिस तरह ज़िन्दगी हमें लिखत... read more
उम्मीदों से ख़ता, और अपने भरोसे को नीलाम कर दिया,
कुछ इस तरह से ज़िंदगी हमने तेरे नाम कर दिया।-
दोस्तों के साथ चाई और गाड़ियों की बात रहती है,
कुछ इसी तरह ज़िंदगी हमारे साथ रहती है।-
कहो साथ जाओगी क्या?
के दर्द बोहोत होगा तुम्हें रक़ीब को छोड़ने में!
बोलो छोड़ पाओगी क्या?-
ऐ आवार्गी ले चल हमें भी अपने साथ,
के अब हमें घर ना रास आ रहा है,
ऐ आवार्गी ले चल हमें भी अपने साथ,
के अब हमें हमारा प्यार बुला रहा है।-
जिसको समझना हमारे समझ की परेह है,
उसको समझने के पीछे ना जाने हम कब से पड़े है।-
मन में हलचल लिए दिल द्वन्द कर बैठा है,
रक़ीब से इन्हें रहना था दूर,
ये उन्ही से सम्बन्ध कर बैठा है।-
रात आया, वो फिरसे रोया,
उन यादों के साथ, वो फिरसे सोया,
ज़माना हुआ करता था साथ उसके,
मगर उनके पीछे उसने ना जाने क्या क्या था खोया, रात आया, वो फिरसे रोया,
उन यादों के साथ, वो फिरसे सोया।-