जनकसुता जग जननि जानकी।
अतिसय प्रिय करुनानिधान की ।।
ताके जुग पद कमल मनावउँ ।
जासु कृपा निर्मल मति पावउँ ।।-
बाकी सब स्वार्थ के साथी है।।
उत्सव-आनंद, सामाजिक समरसता, नव-विहान के पावन पर्व होली की आपको हृदय से बधाई एवं शुभकामनाएं!
अरुण,आदित्य,रचना,विवेक
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उत्सव-आनंद, सामाजिक समरसता, नव-विहान के पावन पर्व होली की आपको हृदय से बधाई एवं शुभकामनाएं!
NVTC
VIVEK MISHRA
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मतलब के हैं यार दिलों के काले हैं
मौका मिलते ही सब डसने बाले हैं
और किसमें कितना ज़हर है हमको है सब मालूम
सबसे ज्यादा सांप हमीं ने पाले हैं-
जिस जीभ और मन से हम प्रभु का नाम लेते और स्मरण करते है।
उसी जीभ और मन से हम दूसरे को गाली देते है।और उसका बुरा भी सोचते है।-
सबका साथ सबका सम्मान
सभी सम्मानित परिवहन व्यवसाइयों का
हार्दिक स्वागत एवं अभिनन्दन
बदलाव UPMTA 2022
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पहले लगा था......
की तुम ही दुनिया हो
अब लगता है.......
तुम भी दुनिया ही हो-