जो जा चुका है उसको बुलाया नहीं जाता
ये भी सच है पहला इश्क़ भुलाया नहीं जाता-
"न कंचित् शाश्वतम्".
"Nothing is permanent"
नियत साफ़ रखो मेहनत तभी सफ़ल हो... read more
नहीं रुकता ज़माना यहां किसी के लिए भी
एक अलग पहचान बनानी पड़ती है ज़माने में-
कुछ इस तरह भी चिढ़ाते है लोग मुझे
एक तेरे नाम से ही बुलाते है लोग मुझे-
इसलिए भी नहीं होता मैं किसी का यूं ही
ऐसे ही मिल जाओ फिर कद्र नहीं होती-
इश्क़ आधा तो नहीं होता , मतलब झूठा इरादा तो नहीं होता
तुम वो हो जिसके लिए रोए , अब इससे ज़्यादा तो नहीं होता-
अच्छे भले थे , ये कैसा कर दिया तूने
रग रग में मेरी , इश्क़ भर दिया तूने
सितम तो तब , जब ऐसा भी हुआ
मुझको छोड़ के जाने का , डर दिया तूने-
पैग़ाम एक आतंकियों के नाम लिखेगी
अपने देश के फौजियों की शान लिखेगी
कतरा कतरा बह जाए जिस्म से लहू मेरा
मेरी कलम जब जब चलेगी हिंदुस्तान लिखेगी-
उसे देखे हुए एक साल हो गया है
सच कहूं मेरा बुरा हाल हो गया है
आंखें उसी को ढूंढती हैं हर रोज मेरी
उससे इश्क़ मुझे ऐसा कमाल हो गया है-
अभी तेरी आंखों के जाम से निकले कहां है
इससे ज़्यादा मुश्किल और तमाम कहां है-