मैंने कभी तुम्हें केवल ठहरने के लिहाज़ से तुम्हारा हाथ नहीं थामा,
मैंने इसलिए हाथ थामा ताकि जीवन के छोटे से छोटे कार्य में भी मैं तुम्हारे साथ बना रहूं,
चाहे वो तुम्हारा हाथ थाम कर सड़क पार करना हो या जीवन के अंतिम चरण में तुमसे विदा लेना.
साथ वहां तक जाने के लिए जहाँ तुम्हारे साथ चलतें राहों पर भी तम्हें एक टुक निहरता मैं।।-
शायरी
अल्फ़ाज
Traveller
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बात थी साथ निभाने की,तेरे साथ या तेरे बाद।
यूँ तो कई दिलकश चेहरे मिलें हमें भी राहों में, पर दिल और दिमाग की जंग जो जारी थी।
रातों को रोया था मैं उन दोस्तों के साये में, जो कहतें थे तेरा और मेरा साथ ना टूटेगा लाख मुशिबत आने पे।
और इस जमाने की कहीं बात को तुने सच कर डाला,कोई नहीं रुकता किसी खास के चले जाने से।
हाँ,मैं ऐसा ही हूँ जिसनें, आज तलक तेरा इंतजार किया उन राहों पे, जहाँ तुने कहा था ये साथ ना छूटेग मेरे मर जाने पे।।-
मन करता है एक लंबी अकेली यात्रा पर निकल जाऊं,
तब याद आता है इतने बरसो से उसी यात्रा में हूं !!-
ये शफ़क़ चाँद सितारे नहीं अच्छे लगते,
तुम नहीं हो तो नज़ारे नहीं अच्छे लगते।।-
अगर कदर ना कर सको तों अपनाओ हीं ना,
अगर सम्भाल ना सको तो कहलाओ हीं ना,
ये हक बेहक की फितरत कहाँ,
अगर सह ना सको तो सुनाओ भी ना।।— % &-
काश एक इश्क ऐसा भी हो
उसे बिना छुए गले लग जाऊं।
काश एक इश्क ऐसा भी हो
उसकी बिना इजाज़त उसकी ऑखों में उतर जाऊं।
काश एक इश्क ऐसा भी हो
उन हवाओं के साथ उसके दिल में उतर जाऊं।
काश एक इश्क ऐसा भी हो
उसकी अधुरी चाय पर मैं अपना हक जताऊ।
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चर्चे हमेशा कामयाबी के हो ये जरूरी तों नहीं,
बर्बादियों से भी कोई शख्स मशहूर हुआ हैं।।-
दिले बयां तेरा इरादा क्या है
सुकून ऐ इलाज का हर्फ क्या है,
तू खामोश सा बैठा देख रहा है,
तेरे आगे खड़ा तो ये जहान सारा हैं।।-